बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में गुरुवार देर शाम ट्रेन की चपेट में आकर दो युवकों के टुकड़े-टुकड़े हो गए. वह अपने 5 और साथियों के साथ घूमने के लिए रेलवे ब्रिज पर निकले थे. इस दौरान 4 लोगों ने भागकर अपनी जान बचा ली, जबकि एक युवक बचने के लिए नदी में कूद गया. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और शवों के टुकड़ों को एकत्र करा पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया. वहीं गोताखोरों की मदद से नदी में कूदे युवक की 11 घंटे से तलाश की जा रही है.
हादसा भाटापारा के ग्रामीण थाना क्षेत्र के गुड़ाघाट रेलवे ट्रैक पर हुआ है. यह इलाका बिल्हा और भाटापारा बार्डर पर है. दरअसल, दगौरी गांव निवासी श्रवण साहू (35) पुत्र डेरा राम, बिलासपुर के बहतराई निवासी दसरू साहू (40) पुत्र समारू साहू, बिलासपुर के बेमा नगोई गांव निवासी सुरेश उर्फ लल्लू साहू (35), नितेश मरावी, पुरुषोत्तम साहू, रमेश साहू और धर्मेद्र साहू एक छठी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दगौरी गांव में सूरज साहू के घर आए हुए थे.
सभी गुरुवार शाम करीब 6 बजे घूमने के लिए निकले. वे शिवनाथ नदी पर बने रेलवे पुल पर पहुंच गए. वहां से घूमते हुए सभी आगे तक निकल गए. इस दौरान नितेश मरावी, पुरुषोत्तम साहू, रमेश साहू और धर्मेंद्र साहू वहां से लौटने लगे. तभी बिलासपुर की ओर जा रही कोविड स्पेशल ट्रेन ट्रैक पर आ गई. यह देख चारों ने बाहर की ओर कूद कर जान बचाई, लेकिन पुल पर जगह नहीं होने के कारण श्रवण साहू और दसरू साहू ट्रेन की चपेट में आ गए.
वहीं सुरेश उर्फ लल्लू साहू ने बचने के लिए नदी में छलांग लगा दी. इसके बाद बाकी लोगों ने गांव में और पुलिस को सूचना दी. मौके पर गोताखोर टीम को बुलाया गया. रात करीब 1 बजे तक सुरेश को तलाश करने की कोशिश की जाती रही, लेकिन उसका पता नहीं चला. इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया. थाना प्रभारी रोशन सिंह राजपूत ने बताया कि सुरेश की तलाश के लिए सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया है.