
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में एक अनोखा और साहसिक विरोध देखने को मिला है, जहां बलरामपुर जिले का रहने वाला दीपक यादव न्याय की गुहार लगाते-लगाते थक गया, तो अब वो भगवान शिव के दरबार में सिस्टम की शिकायत लेकर निकल पड़ा है। दीपक ने आधा सिर मुड़वाकर 17 लीटर गंगाजल उठाया है और सावन माह में 80 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर भगवान शिव को जल चढ़ाकर न्याय की याचना करेगा।
दीपक का आरोप है कि एक युवती के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई, लेकिन ना तो संगठन ने सुध ली और ना ही पुलिस ने। अब उसका कहना है कि अगर इंसाफ कहीं मिलेगा तो शिव के दरबार में मिलेगा।
विश्व हिंदू परिषद के नेता पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप
दीपक यादव का दावा है कि वह खुद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से वर्षों तक जुड़ा रहा है। रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान विश्व हिंदू परिषद के ही एक प्रदेश स्तरीय नेता पदम मोहन शर्मा पर एक युवती के साथ छेड़छाड़ का आरोप है। दीपक ने इस मामले की शिकायत पहले संगठन से की, फिर पुलिस से, नतीजा सिफर रहा।
“संगठन से बाहर कर दिया, पुलिस ने सिर्फ बैठा कर रखा”
दीपक ने बताया कि जब उसने इस घटना को लेकर आवाज उठाई तो उल्टा उसे ही संगठन से निकाल दिया गया। थाने पहुंचने पर छह घंटे बैठाकर रखा गया लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता को भी न्याय नहीं मिला।
“मंत्री के गृह जिले से न्याय की गुहार”
दीपक यादव बलरामपुर जिले का रहने वाला है, जो कि छत्तीसगढ़ सरकार में ट्राइबल मिनिस्टर रामविचार नेताम का गृह जिला भी है। बावजूद इसके, उसे न्याय नहीं मिला। अब वह अंबिकापुर के शंकरघाट से 17 लीटर जल लेकर पैदल कांवड़ यात्रा पर निकला है। उसका लक्ष्य है—जशपुर जिले की सीमा पर स्थित कैलाश गुफा में भगवान शिव को जल चढ़ाना और उनसे “सिस्टम की शिकायत” करना।
“सिस्टम से माफी मांगता हूं, गलती हमारी थी जो न्याय मांगने गए”
अपने तंजभरे बयान में दीपक ने कहा: “मैं सिस्टम से माफी मांगता हूं। गलती हमारी थी जो हम थाने गए। गलती पीड़िता की थी जो उसने शिकायत की। हमें ही घंटों थाने में बैठाकर रखा गया। अब शिव ही अंतिम उम्मीद हैं।”
“संगठन अच्छा है, लेकिन कुछ चेहरे बदनाम कर रहे हैं”
दीपक ने यह भी कहा कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठन मजबूत विचारधारा के प्रतीक हैं, लेकिन कुछ लोगों की वजह से बदनामी हो रही है।
“मुझे मजबूरी में संगठन का नाम लेना पड़ रहा है, क्योंकि आरोपियों को ही संगठन में ऊंचे पद दे दिए गए हैं,”- दीपक यादव।
आरोपियों के नाम का खुलासा
दीपक यादव के अनुसार, छेड़छाड़ का मुख्य आरोपी पदम मोहन शर्मा, संगठन का विभाग मंत्री है। उसके साथ जिला अध्यक्ष शैलेंद्र समेत चार अन्य लोग भी शामिल हैं। दीपक का कहना है कि उसने रायपुर कार्यालय तक शिकायत पहुंचाई, लेकिन वहां सिर्फ “मीटिंग के नाम पर बुलाकर” टालमटोल की गई। नतीजा न मिला, सिर्फ हताशा हाथ लगी।
अब महादेव ही अंतिम आस
दीपक की 80 किमी की यह पैदल कांवड़ यात्रा न्याय की गुहार नहीं, बल्कि एक बेबस नागरिक का तंत्र के प्रति अविश्वास और आध्यात्मिक विरोध का प्रतीक बन चुकी है। सावन के इस पवित्र महीने में वह ये यात्रा भगवान शिव के सामने न्याय की अर्जी देने के लिए कर रहा है।