अंधे कत्ल के दो आरोपी गिरफ्तार एक अपचारी बालक भी
सूरजपुर
भटगांव थाना क्षेत्र के केवटाली गांव की नर्सरी में बीेते 6 जनवरी को मिले अज्ञात युवक के शव और उसकी हत्या के मामले का पुलिस नें खुलासा कर दिया है। अज्ञात शव जंगल में पडे होने की सूचना वन विभाग के चौकीदार नें भटगांव थाना पुलिस को दी थी। हत्या के इस मामले को गंभीरता को देखते हुये भटगांव थाना पुलिस और सूरजपुर क्राईम ब्रांच नें घटना के दिन से ही जांच पडताल तेज कर दी थी। साथ ही एफएसएल अधिकारी और डाग स्क्वायड की टीम नें तत्काल घटना स्थल को खंगालना में कोई कसर नही छोडी थी।
अज्ञात शव मिलने के बाद पुलिस नें आसपास हत्या के सबूतो की तलाश की। औक आसपास के गांव वालों, सरपंच, सचिव को तलब कर शव के पहचान की कोशिश की। इसके अलावा अज्ञात मृतक का फोटोग्राफी कर सभी मिडिया ग्रुपो व सभी थाना,चौकी प्रभारियो और छत्तीसगढ़ क्राईम, साईबर सेल को पहचान के लिए भेजा गया। शव पंचनामा के पश्चात् पहचान कार्यवाही हेतु शव को बाहर भी रखा गया पहचान न पाने के कारण शव को रात्रि में शवगृह में रखा गया।
दूसरे दिन मृतक के परिवार के लोगो नें शव की पहचान 18 वर्षीय गिरजा गिरी उर्फ बंटी पिता रामगिरी के रुप में की । मृतक चांदनी थाना क्षेत्र के रसौकी गांव का रहने वाला था। जो भैयाथान में रहकर हैप्पी हार्डवेयर में काम करता था। अज्ञात शव का षिनाख्त होने पर साईबर क्राईम सेल के द्वारा बारीकी से जांच पर मामले का खुलासा करने में सफलता मिली। जिसके बाद पुलिस नें हत्या के अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरु की गई । जिसके बाद 22 वर्षीय आरोपी हिमालय सिंह , 30 वर्षी. राजेन्द्र सिंह और एक नाबालिग को चांदनी थाना क्षेत्र के उमझर से हिरासत में लेकर घटनाक्रम के संबंध में पूछताछ की गई
आरोपियो के मुताबिक पूर्व में चुनाव की रंजीष को लेकर नये साल में पिकनीक का बहाना कर मृतक गिरजा गिरी को सूरजपुर बुलाया गया। फिर आरोपी हिमालय द्वारा किरायेदार की मोटर सायकल मांगकर मृतक को सूरजपुर से भैयाथान राजेन्द्र सिंह के घर ले जाया गया वहां मृतक को साथ में खिलाने पिलानें के बाद पूर्व नियोजित षडयंत्र के मुताबिक मृतक को तीनो नें केंवटाली जंगल में लाया। जंहा पंहुचकर गिरजा का पहले गला दबाया फिर जमीन में गिराकर उसके सीने में जूते से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। साथ ही साक्ष्य छुपाने के आरोपियो नें मृतक के सीम व मोबाईल को भी तोडकर फेंक दिया।
दरअसल विगत वर्ष 2015 में पंचायत चुनाव में आरोपी हिमालय सिंह के पिता अमर सिंह को मृतक के पिता रामगिरी के द्वारा सहयोग नही किया गया था। बल्कि उसके विरोधी इन्द्रभान सिंह को सहयोग किया गया था। जिससे अमर सिंह सरपंच चुनाव में हार गया था। लिहाजा रामगिरी से बदला लेने की नियत से हिमालय सिंह द्वारा रामगिरी के बड़े पुत्र मृतक गिरजा गिरी उर्फ बंटी की हत्या करने की योजना बनाई गई थी।
पुलिस नें किया बरामद
मृतक का टूटा मोबाईल, टूटी सीम एवं आरोपी हिमालय सिंह के द्वारा पहने जूते एंव घटना में उपयोग की गई मोटर साइकिल क्रमांक सीजी 15 सीएल 9935 , आरोपियो के मोबाईल जिससे काॅल कर मृतक को बुलाया गया था। इस बरामदगी के साथ पुलिस नें आरोपियो के खिलाफ भाजवि की धारा 302, 201,120बी का अपराध कायम कर उन्हे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगावं पी0के0 तिवारी, पीएसआई कृृष्ण कुमार साहू, क्राईम ब्रांच प्रभारी सीपी तिवारी, एएसआई बृजेेष यादव, रंजीत खेस, प्रधान आरक्षक सुभाष ठाकुर, बिशुनदेव पैकरा, संजय सिंह, आरक्षक दिलीप सिंह, संतोष गुप्ता, अखिलेष पाण्डेय, मनोज जायसवाल, दीपक दुबे, संतोष जायसवाल, महेन्द्र प्रताप सिंह, अमरेन्द्र दुबे, सीताराम पैकरा, ललन सिंह, लालमन राजवाड़े, नीरज सिंह, अतुल षर्मा, संदीप मिश्रा व अन्य स्टाफ सक्रिय रहे।