रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों की कॉन्फ्रेंस में दो टूक कहा कि- प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित हों। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेश में नशे के कारोबार को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने चाहिए।
उन्होंने कहा कि गांजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए। बघेल ने कहा कि साम्प्रदायिक और धर्मान्तरण जैसे संवेदनशील मामलों में पुलिस अधिकारी सतर्कता और सजगता के साथ त्वरित कार्रवाई करें और आम जनता को वास्तविक स्थिति की जानकारी दें।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां न्यू सर्किट हाऊस ऑडिटोरियम में पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों की कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई। कॉन्फ्रेंस में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रवींद्र चौबे, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक डी. एम. अवस्थी, गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और मुख्यमंत्री सचिवालय की उपसचिव सुश्री सौम्या चौरसिया उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कॉन्फ्रेंस में कहा कि -कोविड महामारी के दौरान हमारी सरकार, प्रशासन और पुलिस ने अभूतपूर्व कार्य किया है। आपने प्रवासी मजदूरों के हित में बेहतरीन कार्य किया है। उन्होंने इसके लिए सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि ढाई वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची तैयार की जाए और उनका तबादला अन्य स्थानों पर किया जाए। आम जनता जिन पुलिस कर्मचारियों से नाराज़ है, उनका चिन्हांकन कर आईजी उनका तबादला करें। फ़ील्ड के अधिकारी शाम को फ़ील्ड में निकलें, इससे जनता का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
बघेल ने कहा कि शहरों में ट्रैफ़िक सुचारु रूप से व्यवस्थित हो, इस बात का ध्यान रखें। सड़क हादसों की समीक्षा कर उसमें कमी लाने का प्रयास गंभीरता से करें। उन्होंने आदिवासियों के विरुद्ध दर्ज प्रकरण की वापसी की कार्यवाही को त्वरित गति से पूर्ण करने के निर्देश दिए।