अम्बिकापुर में भीषण गर्मी के बीच पानी के लिए मचा हाहाकार, करोड़ों रुपए खर्च के बावजूद नहीं मिल रहा साफ पानी, निगम कार्यालय में जमकर नारेबाजी

अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में झुलसा देने वाली भीषण गर्मी के बीच बीते चार महीने से बूंद बूंद पानी को तरस रहे शहर के वार्ड वासियो का गुस्सा आज फुट पड़ा है। वार्ड के पार्षद के साथ वार्ड वासियो ने अम्बिकापुर नगर निगम कमिश्नर कार्यलय पहुच कर जमीन पर बैठकर नारेबाजी करते हुए पानी व अन्य मूलभूत सुविधाएं दिए जाने की मांग करते हुए आने वाले दिनों में आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

दरअसल, नगर निगम अम्बिकापुर के अंतर्गत आने वाले शहीद वीर नारायण वार्ड नं 22 के वार्डवासी आज वार्ड के पार्षद सतीश बारी के साथ निगम कार्यालय पहुच कर वार्ड में हो रही पानी की समस्या के साथ खस्ताहाल सड़क को लेकर प्रदर्शन किया है। वार्ड वासियों ने बताया कि झुलसा देने वाली इस भीषण गर्मी में वार्ड के लोगो को पिने का पानी उपलब्ध नही हो पा रहा है। जिससे वार्ड वासियों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि वार्ड में लगे हैंडपंप से भी गंदा पानी निकल रहा है। जिससे वार्ड वासी छान कर पीने को मजबूर है, वार्ड नं 22 के मंगरढोंढा, शिकारीरोड ,घुटरापारा में लोग पानी की समस्या से झूझ रहे है। वार्ड वासियो ने बताया कि निगम द्वारा बिना पानी दिए ही पानी का बिल थमाया जा रहा है।

अम्बिकापुर नगर निगम की जनता को 24 घण्टे पानी उपलब्ध हो सके। जिसको लेकर 100 करोड़ रुपये की लागत से अमृत मिशन योजना की शुरुआत की गई थी। जिसका काम भी पूरा हो चुका है, मगर एक अरब की लागत लगने के बाद भी लोगो को इस योजना का लाभ नही मिल रहा है। आलम यह है कि अब लोग इस गर्मी में बूंद बूंद पानी को भी तरस रहे है। वार्ड में पानी और खस्ता हाल सड़क को लेकर पार्षद व वार्ड वासियो ने निमग आयुक्त से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराया है, तो वही निगम आयुक्त ने वार्ड की समस्या को गंभीरता से लेते हुए जल्द निराकरण की बात कही है।