
रायपुर। छत्तीसगढ़ के युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में दक्ष बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वविजय तोमर ने हाल ही में आईआईआईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) छत्तीसगढ़ के कुलपति डॉ. ओमप्रकाश व्यास से मुलाकात की। इस बैठक में प्रदेश के लगभग 150 युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और नई तकनीकों में अल्पकालिक प्रशिक्षण देने की महत्वाकांक्षी योजना पर चर्चा हुई।
तोमर ने बताया कि कई ऐसे प्रतिभाशाली युवा हैं जो आईआईआईटी जैसे संस्थानों में पढ़ने का सपना देखते हैं लेकिन संसाधनों के अभाव में पीछे रह जाते हैं। अब उन युवाओं को छुट्टियों के दौरान खाली रहने वाले IIIT रायपुर कैंपस में दो माह की विशेष प्रशिक्षण योजना के माध्यम से आधुनिक तकनीकों से जोड़ा जाएगा।
दो माह की ट्रेनिंग से तैयार होंगे भविष्य के टेक एक्सपर्ट
यह योजना दिसंबर और जून माह के लिए प्रस्तावित है, जब संस्थान में नियमित कक्षाएं नहीं चलतीं और हॉस्टल व कैम्पस खाली रहता है। इस दौरान चयनित 150 युवाओं को AI, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे विषयों पर ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए एक व्यापक गाइडलाइन जल्द ही छत्तीसगढ़ युवा आयोग द्वारा जारी की जाएगी।
सीएम आईटी फेलोशिप, युवाओं को तकनीकी उड़ान देने वाली योजना
इस अवसर पर तोमर ने राज्य सरकार की “सीएम आईटी फेलोशिप एमटेक प्रोग्राम” की भी जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री व तकनीकी शिक्षा मंत्री विजय शर्मा तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा के मार्गदर्शन में यह योजना शुरू की गई है।
इस योजना के तहत 30 वर्ष तक के युवा, जो सीएस (Computer Science) या डीएसएआई (Data Science & AI) में GATE क्वालिफाइड हों, वे पात्र होंगे। उन्हें ₹50,000 प्रतिमाह मानदेय के साथ एमटेक स्तर की AI और डेटा साइंस की ट्रेनिंग दी जाएगी। आवेदन तिथि: 17 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक। कौशल परीक्षण की तिथि: 7 अगस्त 2025।
तोमर ने युवाओं से की अपील
छत्तीसगढ़ युवा आयोग अध्यक्ष ने प्रदेश के युवाओं से इस स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि तकनीक के इस दौर में AI और नई टेक्नोलॉजी में दक्षता ही सफलता की कुंजी है, और सरकार युवाओं को हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।