रायपुर. राजधानी में एक ट्रक मालिक को अपने साथ हुए लुट की घटना की रिपोर्ट लिखाने थाना जाना महंगा पड़ गया. उल्टा पुलिस ने उसको ही आरोपी बनाकर जेल भेज दिया, लेकिन जेल से वापस आने पर सारी बात एसएसपी रायपुर को बताई तो फटकार के बाद शातिर लुटेरो के खिलाफ 5 दिन बाद एफआईआर दर्जकर उनको गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल पूरा मामला शहर के कबीर नगर थाना इलाके का है. जहां कवर्धा के नवागांव निवासी ट्रक मालिक वली रज़ा 3 जनवरी को अपने ट्रक में गुड लेकर रायपुर रिंगरोड स्थित एक गौदाम पहुंचा था. जहां गौदाम में ही काम करने वाले चार मजदुरो ने आधा माल उतारने को लेकर देर रात विवाद किया और ट्रक चालक वली रज़ा की बेदम पिटाई कर उसके पास से 20 हजार रूपये लुट लिये. ये पुरी घटना गौदाम में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई.
सुबह होने पर ट्रक मालिक अपने साथ हुई लुट की रिपोर्ट कराने कबीर नगर थाने पहुंचा, तो थाने में मौजूद थानेदार साहब ने चारो मजदूरों को थाने बुलवाया जरूर और ट्रक मालिक के साथ मारपीट कर लुट के 20 हजार रूपयो के बारे में कड़ाई से पुछताछ की तो सारे पैसे चारो युवको के पास से बरामद हुए. उसके बावजूद चारो आरोपियो के खिलाफ थानेदार साहब ने कोई मामला दर्ज ही नही किया.
ट्रक मालिक का यह तक आरोप है कि वो पूरे पैसे थानेदार साहब ने रख लिए. ट्रक मालिक का आरोप है कि उल्टा आरोपी मजदूरों से समझौता करने का दबाव बनाते हुए लड़की के मामले में फंसाकर जेल भेजने की धमकी देने लगे. इस बीच शहर के विधायक समेत रसुखदार लोगो ने थानेदार साहब से सच बात जानने की गुहार लगाई. तो भी थानेदार साहब का दिल नही पसीजा और देर शाम ट्रक मालिक ने कोई समझौता नही किया तो अपने विशेषाधिकार का गलत प्रयोग करते हुए उसको प्रतिबंधित धारा में एक दिन जेल भेज दिया.
उतना होने के बाद भी ट्रक मालिक ने हार नही मानी और जेल से वापस आने के बाद अपने साथ हुई आपबीती और थानेदार साहब की करतुत शहर के एसएसपी को बताई तो एसएसपी ने इलाके की महिला सीएसपी को पुरे मामले का संज्ञान लेते हुए मामले की रिपोर्ट देने की बात कही. जिसके बाद आनन फानन में देर रात चारो मजदुर आरोपियो के खिलाफ लुट का मामला दर्जकर गिरफ्तार कर लिया. ख़ैर जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो निश्चित तौर पर समाज में इस तरह के हालात देखने को मिलते है.