मधयप्रदेश – छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव व मुरैना जिले के चुनावी ऑब्जर्वर विकास उपाध्याय ने आज तीसरे दौर के चुनाव प्रचार में पहुँचते ही भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर बड़ा हमला बोला है और तंज कसते हुए कहा-
संविदा पर मुख्यमंत्री का कार्य कर रहे शिवराज सिंह नियमित होने अभी से खरीदफरोख्त में जुट गए हैं। उन्होंने खुलासा किया कि हाल ही के दिनों दमोह के कांग्रेस विधायक को भाजपा में शामिल कराने मंत्री पद के साथ 50 करोड़ का लालच दिया गया है,
और ये बात खुद पर्दे के पीछे उन्हीं के पार्टी के लोग बोल रहे हैं। विकास उपाध्याय ने दावा किया की कांग्रेस 28 में 28 सीट जीत कर मध्यप्रदेश में भाजपा की दुकानदारी बंद करने जा रही है।
विकास उपाध्याय छत्तीसगढ़ में विधानसभा के विशेष सत्र में धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराने के बाद आज सुबह मुरैना पहुँचते ही भाजपा पर जोरदार हमला बोला है।
उन्होंने कहा, जनता के बीच झूठ बोल बोल कर थक चुके प्रधानमंत्री मोदी का मैजिक असर अब जनता के बीच शून्यता की ओर जा चुकी है। विकास उपाध्याय ने कहा, बिहार विधानसभा चुनाव के साथ मध्यप्रदेश में हो रहे उप चुनाव से कांग्रेस को दोहरा लाभ मिल रहा है।
जिस तरह से बिहार में कांग्रेस महागठबंधन को जनता हाथों हाथ ले रही है और भाजपा वहाँ चुनाव से विलुप्त होती नजर आ रही है उसका असर मध्यप्रदेश में भी साफ नजर आ रहा है और कुछ महीनों के लिए संविदा पर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह को डर हो गया है कि वे अब नियमित नहीं हो सकेंगे और यही डर उन्हें खरीदफरोख्त करने पर मजबूर कर रही है।
विकास उपाध्याय ने कहा शिवराज सरकार ने 15 साल तक मध्यप्रदेश को नीतीश की बिहार बना कर रख दिया था। उन्होंने अपनी कही बातों को महज चुनावी बयान न कहते हुए कहा, यहाँ की सड़कों से लेकर धूल से सराबोर वातावरण व गरीबी से जूझ रही जनता, बेरोजगार नवजवानों की दशा चीख चीख कर ये बयां कर रही है कि शिवराज सरकार 15 वर्ष के अपने शासन काल में कुछ भी नहीं किया बस मोदी का नकल कर जनता को गुमराह करते रही।
विकास उपाध्याय यहीं नहीं रुके और आगे कहा जिस तरह से देश की जनता भाजपा के फूल को अब बड़ी भूल मान चुकी है, एक दिन कांग्रेस से गये भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं को भी इसका एहसास जरूर होगा।
विकास उपाध्याय आज सुमावली विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर पर ध्यान केंद्रित कर पूरे विधानसभा में दो दिन तक लगातार ताबड़ तोड़ बैठकें करेंगे। प्रत्येक घरों में एक-एक मतदाताओं के पास कांग्रेस पार्टी का चुनाव पर्ची पहुँचा की नहीं इसका भी जायजा लेंगे। इसके साथ ही कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के कार्य में लगे कांग्रेस नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक भी करेंगे।