दो दिनों से हो रही लगातार रिमझिम बारिश ने जगाई किसानों की उम्मीद, किसानों ने की रोपाई…

फटाफट डेस्क: छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में धान की खेती पुरी तरह पिछड़ गया है. समूचा आषाढ़, सावन के सूखा बीत जाने के बाद. अब चिंतित किसानों में भादो के पहले व दूसरे दिन हुई वर्षा ने उम्मीद जगा दी. छत्तीसगढ़ के उत्तरी इलाक़े में अधिकांश क्षेत्रों में पिछले 36 घंटे से लगातार हो रही वर्षा के कारण धान की रोपाई में तेजी आया. इससे किसानों की खो चुकी उम्मीद एक बार फिर जाग उठी है. जिन किसानों ने पहले धान की रोपाई अपने सिंचाई की सुविधा अनुसार की थी पीछले दो दिनों से लगातार रिमझिम वर्षा से धान में रौनक भी दिखने लगी है. खेती के अंतिम समय में किसान एक बार फिर सक्रिय नजर आ रहे हैं.

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लंबे समय बाद, खेतों में धान का रोपा लगाते हुए…

हालांकि,धान की बीज बहुत पहले लगा दी थी , इस कारण अधिकांश किसान इसे खेतों में बीज के हो रूप रहने दे रहे है. धान की बीज का एक निश्चित समय से अधिक हो जाने के बाद उसे रोपा लगाने से उत्पादन भी प्रभावित होना तय है. इसके बावजूद किसान उम्मीद नहीं छोड़े रहे हैं.इस समय जो आसमान में सिस्टम बना हुआ है उससे रिमझिम वर्षा का दौर जारी रहने की संभावना है.


आसमान में लगातार बादल छाए रहने और रिमझिम वर्षा होने से तापमान में भी अचानक कमी आ गई है पिछले दो दिनों में ही मौसम में बदलाव आया है. जहां लोग उमस और गर्मी से बेहाल थे वहीं लगभग पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट से बड़ी राहत मिली है. इस साल जब से वर्षा ऋतु शुरूआत हुई है पहली बार मौसम ठंडा हुआ है.