- कमिश्नर ने किया प्रतापपुर जनपद पंचायत का किया औचक निरीक्षण
- लेखापाल निलंबित व जनपद सीईओ एवं पीओ को कारण बताओ नोटिस
सूरजपुर. सरगुजा संभाग के कमिश्नर ईमिल लकडा ने आज सूरजपुर जिले के दौरा कर जनपद पंचायत प्रतापपुर का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने कार्यालयीन फाईलों को गहनता से अवलोकन एवं छानबीन के बाद जनपद पंचायत के लेखापाल से वहॉ पदस्थ कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, पासबुक, एरियर्स एवं अन्य मदों के व्यय के संबंध में जानकारी चाही व केशबुक के संधारण का भी गहनता से निरीक्षण किया लेकिन संबंधित लेखापाल से सही जानकारी नही मिल पाने एवं व्यय की मदों मे 14 लाख से अधिक के राशि का सही ब्यौरा नहीं मिल पाने पर लेखापाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
कार्यालय के औचक निरीक्षण पर निकले कमिश्नर की कार्यवाई से जनपद पंचायत में हडकंप की स्थिति निर्मित हो गई. उन्होने कर्मचारियों को कार्यालय की व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश देते हुए कार्य में लापरवाही बरतने वालो को सख्त चेतावनी भी दी. कमिश्नर श्री लकडा ने जनपद सी.ई.ओ. को व्यवस्था सुधार करने को कहा जिससे की किसी भी मद से प्राप्त राशियों में अनियमितता न होने पाए. उन्होंने सी.ई.ओ से विभिन्न विभागों के कार्यों का सही सत्यापन नहीं होने का कारण पूछा जिसका सी.ई.ओ. ने संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाये. इस कारण उन्हें इस संबंध में उचित कार्यवाई करने के निर्देश देते हुए कारण बताओं सूचना जारी किया गया है.
इसके बाद कमिश्नर ने मनरेगा अंतर्गत किये गये निर्माण कार्यो की जानकारी मांगी जिसमें सत्यापन प्रमाण पत्र का सही मिलान नहीं पाया गया साथ ही आनलाईन भुगतान की जानकारी मांगी जिसमें रोजगार सहायक को कितना वेतन बनता है, किस-किस मद में भुगतान हुआ है,उसको रजिस्टर में उल्लेख करने को कहा लेकिन मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी ने रजिस्टर में उल्लेखित वेतन का आंकडा नही दे पाया. कमिशनर ने सभी कार्यो को सही समय पर पूर्ण करने निर्देश देते हुए कारण बताओं नोटिस जारी किया. प्रतापपुर तहसील एवं अनुविभागीय अधिकारी (रा) के निरीक्षण के दौरान कार्यालय के उपस्थिति पंजीयन का निरीक्षण किया एवं कर्मचारियों की उपस्थिति की जानकारी ली. लोक सेवा गारण्टी का स्टेटमेंट, एवं संबंधित कर्मचारियों की जानकारी ली. इसके साथ ही लंबित प्रकरणों को त्वरित निराकरण के निर्देश दिये जिससे किसी भी प्रकार से आमजनता को परेशानी का सामना न करना पडे़. उन्होंने जोर देते हुए एस.डी.ए. को समय-समय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिये. कमिश्नर ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सलाह देते हुए कहा कि हमारा निरीक्षण का उद्देश्य किसी को प्रताडित एवं परेशान करना नहीं है बल्कि व्यवस्था की सुधार एवं समाधान करने के लिये किया जा रहा है जिससे आने वाले समय में अच्छे परिणाम देखने को मिले. इस दौरान उपायुक्त विकास महावीर राम भी मौजूद थे.