सूरजपुर. जिले के कलेक्टर आज तड़के की सुबह शहर के अलग-अलग वार्डों में साईकिल पर घुमते हुए साफ-सफाई का निरीक्षण किया.. वहीं शहरवासियों ने कलेक्टर को अपने बीच पाकर अपनी समस्याओं से उनको रूबरू कराया.. उन्होंने सफाई कर्मचारीयों से सीधा संवाद और नेकी कि दीवार पर वास्तविक रूप से जरूरतमंदो के लिए कपड़ों सहित अन्य सामग्री दान करने की शुरुआत करते हुए.. फिर से भागीदारी के लिए अपील पर शहरवासियों नें सहर्ष स्वीकार कर सहयोग की बातें कही..
कलेक्टर दीपक सोनी ने अकेले साईकिल पर नगरीय व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए.. शहर के चौक-चौराहों, बस्तियों एवं मुख्य मार्ग के दुकानों का निरीक्षण किया.. इस दौरान भ्रमण के पश्चात उन्होंने नगरीय अमलें को मौके पर बुलाकर फिर से अपने साथ पैदल चल कर व्यवस्थाओं में कमियों को दूरस्थ करनें, सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए आवश्यक मास्क सहित अन्य सामग्रियों को उपलब्ध कराने सहित अन्य पहलुओं पर दिशा निर्देश देते हुए नगरीय व्यवस्था दुरुस्त रखने कहा..
इस दौरान उन्होंने शहरवासियों सें सुबह में सभी वार्डों में डोर-टू-डोर सफाई कर्मी के संबंध में जानकारी सें अवगत होकर पूरे क्षेत्र में अनिवार्य रूप से करनें, रिक्त शासकीय भूखण्ड चिन्हांकित करने, आबंटित दुकाने इत्यादि निर्धारित शर्तों के अनुसार संचालित हों, सामुदायिक शौचालय की साफ सफाई व्यवस्थित करने, मुख्य मार्गों के किनारे लगे ठेलो को सुव्यवस्थित करने, सभी कर्मचारियों से कार्यों की दैनिक रिपोर्ट लेने, लापरवाह कर्मचारियों के विरुद्ध कारवाही करने, नेकी की दीवार की मात्र दिखावा न रहे, सही ढंग से क्रियान्वित करने, निकायों की परिसंपत्तियों के उपयोग को सुनिश्चित करने, बस स्टैंड, गार्डन इत्यादि सार्वजनिक स्थलों के आसपास गंदगी न रहे, सफाई के साथ साथ संबंधित पर कार्यवाही कर प्रतिवेदन देंने अधिकारियों को निर्देशित किया है.. इसके साथ ही सड़क किनारे, सार्वजनिक गलियों तक में लोगों ने निर्माण सामग्री रख बाधा पहुँचाई गई है..जिसे तत्काल कार्यवाही करने भवन अनुज्ञा ली है या नहीं देखेने निर्देश दिए हैं..
कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया है की इसी प्रकार जिला प्रशासन के जिला अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर भ्रमण कर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने निर्देश दिए गए हैं एवं प्राप्त निर्देशों पर त्वरित कार्यवाही करने को कहा है. उन्होंने बताया है आगे भ्रमण कर की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाएगी.
कलेक्टर जब शहर के वार्डो का निरीक्षण कर रहे थे, उसी समय एक दिव्यांग पर उनकी नज़र पड़ गई.. उन्होंने उससे उसका हाल चाल जाना..उसने बैटरी रिक्शा की मांग की..उसकी मांग को कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए अपर कलेक्टर को तत्काल उसे बैटरी रिक्शा दिलाने के निर्देश दिए..
स्कूली बच्चों सें किया बात-भ्रमण के पश्चात स्कूल बसों का इंतजार करते बच्चों के साथ कलेक्टर को देख उनकी बच्चों के साथ घुलमिलकर बातें करते हुए उनसें पढाई, स्कूली वाहनों में आवागमन सें संबंधित जानकारी और खेलकूद पर बच्चों के साथ बातें हर किसी का ध्यान कलेक्टर सोनी के तरफ टीकी हुई दिखी..इसके बाद शहरवासियों सें चर्चा पर लोगों ने पहली बार अपने बीच कलेक्टर को पाने पर खुशी का इजहार करते हुए कहा कि अगर ऐसे अधिकारी रहे तो समस्याओं का समाधान आसानी से होगी और शहर व्यस्थित होगा..