अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सरगुजा जिले के सीतापुर शहर में आवारा एवं पागल कुत्तों का आतंक चरम पर है। झुंड बनाकर हमला करने वाले इन आवारा कुत्तों के आतंक से पूरा शहर परेशान है। धरपकड़ के अभाव में दिनोंदिन इन आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इन आवारा कुत्तों के आतंक से लोग उबर नहीं पाए थे कि अब पागल कुत्तों का आतंक शुरू हो गया है।
बीते दिनों महामाया पारा में संजय सोनी के डेढ़ वर्षीय मासूम बेटे को पागल कुत्ते ने अपना शिकार बनाया। पागल कुत्ते ने घर के बाहर खेल रहे मासूम को पहले दौड़ाया। पागल कुत्ते के डर से मासूम घर की ओर भागने लगा। भागने के दौरान बच्चा असंतुलित होकर सड़क पर गिर पड़ा। बच्चे के गिरते ही पागल कुत्ता उस पर हमला बोल दिया।
इस दौरान कुत्ते ने बच्चे के चेहरे पर हमला बोल लहूलुहान कर दिया। मासूम बच्चे की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुँचे पिता ने उसे पागल कुत्ते से बचाया।तब कही जाकर उस बच्चे की जान बच पाई। अगर सही समय पर बच्चे के पिता मौके पर नही पहुँचते तो पागल कुत्ता बच्चे की जान ले लेता। इस दौरान पागल कुत्ते ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया।
आवारा कुत्तों ने भी मचा रखा है आतंक
पागल कुत्ते के अलावा आवारा कुत्तों ने भी शहर में जमकर आतंक मचा रखा है। झुंड के झुंड में घूमने वाले ये आवारा कुत्ते पालतू पशुओं को ज्यादातर अपना शिकार बना रहे है। खासकर गाय और बकरी के बच्चे ये आसानी से अपना शिकार बनाते है। इस दौरान अगर किसी ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो ये उस पर हमला कर देते है। पागल कुत्ते के साथ शहर में झुंड बनाकर घूमने वाले आवारा कुत्तों ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। परेशान लोगो ने इन आवारा कुत्तों से निजात दिलाने की मांग प्रशासन एवं नगर पंचायत से की है।
इस संबंध में सीएमओ ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि पागल कुत्ते से परेशान लोगों ने उससे छुटकारा पाने मार डाला था।जिसे दफन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि डॉग कैचर के अभाव में आवारा कुत्तों की धरपकड़ नही हो पाता है। फिर भी इनसे निजात पाने कोई न कोई उपाये अपनाया जायेगा।