
सीतापुर/अनिल उपाध्याय:-रिश्तेदारी निभाकर वापस घर आ रहे शिक्षक की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दुःखद मौत हो गई।बारिश के दौरान शिक्षक समेत छः लोग बंद पड़े होटल में शरण लिए हुए थे।तभी वहां गाज गिरी और उसने शिक्षक को अपनी चपेट में ले लिया।जिससे शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गई।इस घटना से शिक्षक का परिवार सदमे में आ गया है।
उक्त घटना ग्राम रजौटी स्थित त्रिकोण चौक में करीब एक बजे की है।जहाँ जशपुर जिले के ग्राम तमता से रिश्तेदारी निभाकर घर वापस आ रहे शिक्षक ने बारिश से बचने बंद पड़े होटल में शरण ली थी।उस होटल में शिक्षक के अलावा पांच अन्य लोगों ने भी बारिश से बचने शरण ले रखी थी।इसी बीच तेज बारिश के साथ वहां पर गाज गिरी और मोबाईल चला रहे शिक्षक को अपनी चपेट में ले लिया।जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।हालांकि वहाँ मौजूद लोग उनको लेकर भागे भागे हॉस्पिटल पहुँचे।जहाँ डॉक्टर ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया।डॉक्टर द्वारा मृत घोषित करने के बाद भी परिजनों का मन नही माना और वो इस उम्मीद से शिक्षक को मेडिकल कॉलेज लेकर भागे।ताकि अगर थोड़ी बहुत भी संभावना हो तो वहाँ शिक्षक की जान बचाई जा सके।
जाको राखे साइयां मार सके न कोय:-
यह कहावत इस घटना में उस वक्त पूरी तरह चरितार्थ होती नजर आई।जब गाज गिरने के दौरान वहां मौजूद छः लोगों में से केवल शिक्षक इसकी चपेट में आ गए और अपनी जान गंवा दी।दरअसल बारिश के दौरान बंद पड़े होटल में शिक्षक समेत छः लोग शरण लिए हुए थे।इस दौरान शिक्षक वहाँ बैठकर मोबाईल चला रहे थे।तभी वहां पर गाज गिरी और छः लोगो मे से केवल शिक्षक को अपनी चपेट में ले लिया।जिसकी वजह से उनकी दुःखद मौत हो गई।बाकी वहाँ मौजूद पांच अन्य लोगों का बाल भी बांका नही हुआ।वे सभी इस प्राकृतिक आपदा में बाल बाल बच गए।