अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..शिक्षा के मंदिर में फैली अव्यवस्था और लापरवाही ने स्वामी आत्मानंद विद्यालय की प्रतिष्ठा को धूमिल कर दिया है। विधायक रामकुमार टोप्पो ने इस स्थिति पर कड़ा कदम उठाते हुए विद्यालय के प्राचार्य को हटाने की अनुशंसा की है। विधायक ने स्पष्ट किया कि विद्यालय में इस तरह की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, विशेष रूप से ऐसे स्कूल में जो एक मॉडल के रूप में स्थापित है।
विधायक रामकुमार टोप्पो, जो शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए सक्रिय हैं, ने लगातार शासकीय और अर्द्धशासकीय स्कूलों का निरीक्षण और समीक्षा का अभियान छेड़ रखा है। इस अभियान के अंतर्गत, वे विकासखंड मैनपाट के राजापुर स्थित स्वामी आत्मानंद विद्यालय के निरीक्षण के लिए पहुँचे।
निरीक्षण के दौरान, स्कूल की स्थिति देखकर विधायक स्तब्ध रह गए। पूरे स्कूल परिसर में गंदगी फैली हुई थी, और पान मसाला के दाग हर कोने में दिखाई दे रहे थे। स्मार्ट क्लास महीनों से बंद पड़ी थी, और पेयजल और सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह से ठप हो चुकी थी। अनुशासनहीनता की स्थिति ने भी विद्यालय के स्तर को नीचे गिरा दिया था।
विद्यालय की इस दयनीय हालत को देखकर विधायक टोप्पो ने स्कूल प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई और प्राचार्य को निलंबित करने की अनुशंसा की। विधायक ने कहा कि इस प्रकार की अनियमितताओं को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और प्राचार्य को उनके दायित्वों से मुक्त करने के निर्देश उच्चाधिकारियों को दिए गए हैं।
इस घटना के बाद विद्यालय के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। विधायक टोप्पो ने कहा, “निरीक्षण के दौरान विद्यालय की जो स्थिति सामने आई, वह अत्यंत चिंताजनक है। स्मार्ट क्लास बंद पड़े हैं, सफाई व्यवस्था शून्य है, और चारों ओर गंदगी का आलम है। यह स्थिति दर्शाती है कि प्राचार्य अपने कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं हैं। इसलिए, उनके निलंबन की अनुशंसा की गई है।”