
Ambikapur News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले की मणिपुर पुलिस ने एनजीओ में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक युवक से ब्लॉक प्रभारी के पद पर नौकरी लगाने का झांसा देकर 1.5 लाख रुपये ऐंठ लिए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 10,000 रुपये नकद और घटना में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं। साथ ही आरोपियों के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।
कैसे हुई ठगी?
मामला जनवरी 2024 का है, जब असुरपुर निवासी बजरु टोप्पो की पहचान डिगंबर राम भगत उर्फ अंबर और बसील खलखो से हुई थी। दोनों आरोपियों ने बजरु को भरोसे में लेकर बताया कि यदि वह 15 लाख रुपये जमा करता है तो उसे ब्लॉक प्रभारी के पद पर नौकरी दिलाई जाएगी। आरोपियों ने दावा किया कि इस नौकरी से उसे हर महीने 70 हजार रुपये वेतन मिलेगा और सालभर में करीब 21 लाख रुपये की कमाई हो जाएगी।
प्रार्थी बजरु टोप्पो ने आरोपियों की बातों में आकर जून 2024 में 1.5 लाख रुपये का भुगतान कर दिया। जब बजरु ने नौकरी की स्थिति के बारे में पूछा तो आरोपी बार-बार बहाने बनाने लगे। संदेह होने पर बजरु ने दर्रीपारा स्थित ऑफिस जाकर जांच की, तब उसे पता चला कि आरोपियों ने कई अन्य लोगों से भी नौकरी के नाम पर पैसे वसूले हैं।
बजरु टोप्पो की शिकायत पर मणिपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया। जांच के दौरान पुलिस ने दोनों आरोपियों की लोकेशन ट्रैक की और उन्हें हिरासत में ले लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बजरु से ठगी करने की बात कबूल की।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान डिगंबर राम भगत (40 वर्ष) निवासी मानिकप्रकाशपुर, भंडारपारा, थाना कोतवाली अंबिकापुर और बसील खलखो (35 वर्ष) निवासी महुआपारा, चर्च के पास, थाना गांधीनगर के रूप में हुई है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अन्य लोगों से भी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठे हैं।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 10,000 रुपये नकद और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इसके अलावा, ठगी की रकम जिन खातों में जमा की गई थी, उन्हें फ्रीज कर दिया गया है। कोर्ट के आदेश के बाद पीड़ितों को उनकी रकम वापस दिलाई जाएगी।
इस मामले में थाना प्रभारी अखिलेश सिंह, सहायक उप निरीक्षक शौकीलाल, सहायक उप निरीक्षक धीरज गुप्ता, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, मदन गोपाल परिहार, आरक्षक उमाशंकर साहू, अनिल सिंह, जितेश सिंह और रमेश राजवाड़े की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है।