सीतापुर/अनिल उपाध्याय. नेशनल हाईवे क्र-43 में गुतुरमा नाला पर बनी पुलिया जानलेवा हो गई है। जिसकी चपेट में आकर पूर्व में एक युवक की मौत हो चुकी है। वही अब तक दर्जनों बाइक सवार पुलिया की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। आये दिन कोई न कोई बाइक सवार पुलिया की चपेट में आकर हादसे का शिकार बन रहे हैं। इतने हादसों के बाद भी नेशनल हाईवे के अधिकारी पुलिया की सुध नही ले रहे है। सिलसिलेवार हो रही दुर्घटना के बाद भी विभागीय अधिकारियों की चुप्पी काफी चिंताजनक है। विभागीय लापरवाही का यही आलम रहा तो रोज यहाँ दुर्घटना होती रहेगी और लोग हादसे का शिकार होते रहेंगे।
विदित हो कि नेशनल हाईवे क्र-43 में ग्राम गुतुरमा के पास स्थित बेलगाँव नाला एवं गुतुरमा नाला इन दिनों दुर्घटना का पर्याय बन गया है। इन दोनों नाले पर बनी पुलिया की चपेट में आकर अब तक दर्जनों बाइक सवार घायल हो चुके है। सड़क और पुलिया के बीच निर्मित गैप के कारण यहाँ दुर्घटना थमने का नाम नही ले रही है। यहाँ सिलसिलेवार होने वाली सड़क दुर्घटना के बाद भी विभागीय अधिकारियों की चुप्पी ने लोगो की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, नेशनल हाईवे द्वारा बेलगाँव नाला एवं गुतुरमा नाला पर नए पुलिया के निर्माण कराया गया है। जिसके फर्श का लेबल सड़क के लेबल से छः से सात इंच नीचे है। जिसकी वजह से पुलिया के दोनों छोर पर गैप निर्मित हो गया है। जो यहाँ पर होने वाली दुर्घटना का कारण बन गया है। यहाँ पर अक्सर दुर्घटना शाम ढलने के बाद या फिर रात को होती है। जब तेज रफ्तार से सड़क पर चलने वाले बाइक सवार पुलिया पर पहुँचते है। तब उनकी बाइक सड़क और पुलिया के बीच निर्मित गैप की चपेट में आ जाते है। जिसकी वजह से उनकी बाइक असंतुलित है जाती है और वो दुर्घटना के शिकार हो जाते है।
सड़क और पुलिया के बीच बने गैप की चपेट में आकर अब तक दर्जनों बाइक सवार घायल हो चुके है। यह सब जानते हुए भी विभागीय अधिकारीयो ने चुप्पी साध रखी है। जिसकी वजह से पुलिया पर सड़क दुर्घटना थमने का नाम नही ले रहा है। आलम ये है कि अब यहाँ हर एक दो दिन में कोई न कोई बाइक सवार हादसे का शिकार होने लगे है।जब तक सड़क और पुलिया के बीच निर्मित गैप भरा नही जाएगा। तब तक यहाँ सड़क दुर्घटना बदस्तूर जारी रहेगा।ये सब जानते हुए भी विभाग इसको लेकर जरा भी गंभीर नही है। जिससे लोगो मे चिंता के साथ आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में लोगो ने पुलिया और सड़क के बीच निर्मित गैप दूर कराने की मांग की है। ताकि यहाँ होने वाले सड़क हादसे पर रोकथाम हो सके।