Chhattisgarh News: नवापारा कला में आयोजित पारंपरिक संभाग स्तरीय करमा प्रतियोगिता में गंगोटी की टीम ने मारी बाजी, हजारों की संख्या में उमड़ी भीड़…..

Karma Compilation in Nawapara Kalan: छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग सरगुजा आंचल की बहुचर्चित लोकप्रिय नृत्य ‘करमा’ सरगुजा संभाग ही नहीं बल्कि इसके पड़ोसी जिला, राज्य के साथ पूरे छत्तीसगढ़ में भी प्रसिद्ध हैं। करमा पर्व को इस आंचल के आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ अन्य समुदाय के लोग भी बड़े ही धूमधाम से मानते हैं। करमा नृत्य को जानने के लिए गांव के ओर रुख करना होगा। इस पारंपरिक तिहार, धरोधर, संस्कृती, आदिवासियों की अलग अपनी पहचान को बरकरार बनाए रहने के लिए रविवार यानि कि 11 सितम्बर को सूरजपुर जिले के नवापारा कलां ‘बुढ़ा देव’ स्थल (मेंढलीपारा) प्रेमनगर में इसे प्रतियोगिता के रूप में बड़े स्तर पर आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि अमरजीत भगत खाद्य एवं संस्कृती मंत्री छत्तीसगढ़ राज्य, प्रेमनागर क्षेत्र के विधायक खेलसाय सिंह और जिले के कांग्रेसी नेता पंकज तिवारी, तुलसी यादव, पुष्पेंद्र सिंह मौजूद थे।

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प्रथम पुरस्कार प्राप्त करते हुए… शक्ति करमा टीम गंगोटी

इस पर्व की शुरुआत नवापारा कलां में शनिवार की रात से ही कर दी गई थी। रात को ‘बुढा देव स्थल’ में कर्मी का डंगाल को आंगन में लगाकर लड़कियां जो की पूरे दिन व्रत रखकर संस्कृति के अनुसार वेशभूषा में साड़ी पहन कर साथ में जाई लेकर करम देवता की पूजा और कहानी सुने इसके बाद, गांव के आलावा और गांवों से पारंपरिक वेशभूषा, धोती कुर्ता, कलगी और घुंघुर से सज धज के आए हुए करमाहीन-करमाहा पूरे रात मंदार की थाप और झांझ के झनकार और गीत गाकर नृत्य करके अपनी करम देवता को खुश किए।

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द्वितीय पुरूस्कार प्राप्त करते हुए….दिलसाय मरपची करमा टीम प्रेमनगर

इस कार्यक्रम में शामिल हुए इस राज्य के खाद्य एवं संस्कृती मंत्री अमरजीत भगत अपने संबोधन में भाग लेने वाले नर्तक दलों का उत्साह वर्धन करते हुए करमा को सरगुजा अंचल का प्रमुख लोक नृत्य करार देते हुए इसे संरक्षित रखने कहा।

खाद्य मंत्री ने आगे कहा कि “सरगुजा में लोक नृत्य, कला, संगीत आदि सांस्कृतिक विधाओं से परिपूर्ण है। संस्कृति विभाग के द्वारा राज्य के लोक नर्तकों को पहचान दिलाने के लिए पंजीयन भी किया जा रहा है। हमारी सरकार छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक विरासत को बनाये रखने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। करमा नृत्य छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय आदिवासी नृत्य शैली है जिसमें छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति व परंपरा की झलक मिलती है।” मौके पर खाद्य मंत्री ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए वृक्षारोपण भी किया।

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तृतीय पुरस्कार प्राप्त करते हुए…चंदन दास करमा टीम बेल्टीकिरीपारा नवापारा कलां

इस करमा प्रतियोगिता में इस आंचल से कुल 11 टीम अपनी प्रतिभा को दिखाने के लिए आए थे सभी टीमें अपनी उत्कृष्ट कला को अखाड़े में दिखाए। बाद में करमा आयोजन समिति के द्वारा सभी टीमों को आवकलन करके पहला,दूसरा और तीसरा स्थान दिया। जिसमें प्रथम स्थान शक्ति कर्मा टीम गंगोटी, दूसरा स्थान दिलसाय मरपची कर्मा टीम प्रेमनगर और तीसरा स्थान हासिल किया चंदन दास कर्मा टीम बेल्टीकिरीपारा नवापारा कलां। उक्त स्थानों को हासिल करने वाले प्रतिभागी टीम को निर्धारित प्रोत्साहन राशि कार्यक्रम के मुख्यातिथि के हाथो से दिया गया। साथ ही जो टीम तीसरे स्थान तक नहीं आए उन सभी प्रतिभागी टीम को सांत्वना पुरस्कार क्षेत्र के विधायक खेलसाय सिंह के द्वारा चेक के माध्यम से 10-10 हजार रुपए देने की घोषणा किया।

इस कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष अनुक साय, सचिव गौटिया सिंह, रन सिंह टेकाम, लालदेव टेकाम, तिलक राम श्याम, देवकुमार टेकाम, ठाकुर सिंह कोर्राम, राम बरन, प्रेमनगर के थाना प्रभारी विपिन लकड़ा, रामदयाल कृषि अधिकारी, कमलेश कुमार पोर्ते, नरेंद्र सिंह अरमो, राजेंद्र टेकाम बुधराम पाले, बृजेश कुमार मोरा, मनोहर सिंह अरमो, गोविंद सिंह पोर्ते, विजय प्रताप सिंह, विपिन कुमार, राजू सिंह श्याम, शशि कुमार, सुशील कुमार, समस्त मातृ शक्ति, समस्त ग्रामवासी एवं समस्त आयोजन समिति ,निर्णायक मंडल और उनकी टीम साथ ही भारत स्काउट और स्थानीय वोलेंटियर की इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम सहयोग एवं योगदान रहा।