ज्ञात हो कि पिछले दिनों सिल्फिली मुख्य मार्ग NH43 पर सिल्फिली के आस पास के ग्रामीणों द्वारा बिजली की अव्यवस्था को लेकर चक्काकाम किया गया था। जहाँ बिजली अधिकारियों ने आस्वासन दिया था की बिजली की स्थिति में सुधार किया जायेगा।
प्रदर्शन को 48 घंटे भी नहीं हुवे कई गांवों 24 घंटे से बिजली नहीं हैं। गाँव में अंधेरा छाया हुआ हैं और ग्रामीण साँप बिच्छूओं का भय के साथ जीने को मजबूर हैं। बिजली नहीं होने से घरों में पानी नहीं हैं। सिल्फिली एक कृषि बाहुल्य क्षेत्र हैं। जहाँ अधिकतर ग्रामीण कृषि पर निर्भर हैं। खेती के इस समय में ग्रामीण बिजली कटौती से जूझ रहे हैं। इस ग्रामीणों की खेती पर सीधा असर हो रहा हैं।
इस क्षेत्र के आस पास के गाँव गणेशपुर, गोपालपुर, कमलपुर, मदनपुर, कनकपुर, वीरपुर, अजबनगर सहित कई गाँव के किसान परेशान हैं। साथ ही पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही हैं। क्षेत्र के युवा दितेश राय कहते हैं कि, हम आदिकाल के उस युग में जीने को मजबूर हैं। जहाँ विद्युत उपकरण का इस्तेमाल एक सपना सा हैं।
ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा हैं अगर बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हुवा तो ग्रामीण फिर से सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।