सूरजपुर…छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से दोस्ती, प्रेम, शादी फिर धोखा का एक सनसनीखेज मामला सामने आया हैं। जहां एक युवक ने एक लड़की से शादी करने के 15 दिन बाद उसे तन्हा छोड़ कर भाग निकला, जब पीड़िता इसकी शिकायत लेकर पुलिस वाले के पास पहुंची तो पुलिसवाले भी उस पीड़िता के प्रति न्याय दिलाने की बजाय उसके साथ ऑफिस-ऑफिस घुमाने लगे। आखिरकार, IG सरगुजा के आदेश के बाद आरोपी युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज तो हो गया हैं। लेकिन, मामला का शिकायत दर्ज होने के एक पखवाड़ा से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी आरोपी का गिरफ्तारी नहीं हो सका हैं। वहीं, पीड़िता और उसके परिजनों का आरोप हैं कि, पुलिस के द्वारा उन पर आरोपी से समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा रहा हैं।
दरअसल, यह पूरा मामला जिले के रामानुजनगर थाना इलाके का हैं। जहां आरोपी पिंटू का मोबाइल की शॉप हैं। और इसी दुकान में पीड़िता मोबाइल खराब के बाद ठीक कराने गए हुई थी, उसी दौरान दोनों के मध्य नजदीकियां बढ़ी और लड़की ने अपना मोबाइल नंबर आरोपी को दे दिया। जिसके बाद आरोपी और पीड़िता के बीच मोबाइल के ज़रिए नजदीकियां दोस्ती में बदल गया, फिर प्यार का परवान इस कदर हावी हो गया। कि आखिरकार, प्रेमी युगल एक होने का फैसला किया और दोनों ने भाग कर शादी भी कर ली। शादी के बाद दोनों आरोपी पिंटू के घर में खुशी-खुशी से दांपत्य जीवन जी रह रहे थे। इसी बीच कटरीबन 15 दिन बाद आरोपी पिंटू और उसके परिजन पीड़िता के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिए। जिसके बाद पीड़िता शिक़ायत लेकर के रामानुजनगर थाना पहुंची। लेकिन, वहां पुलिस के द्वारा मामला दर्ज करने की बजाय यह बोलकर थाने से भगा दिया गया कि, घटनास्थल कोरिया जिले के पटना थाना क्षेत्र हैं। तो वहां जाकर मामला दर्ज करवाएं। जब पीड़िता और उसके परिजन पटना थाने पहुंचते हैं। तो वहां से भी इन्हें यह कहकर भगा दिया जाता हैं कि, घटनास्थल रामानुजनगर थाना का हैं। इसलिए मामला दर्ज़ वहां से ही होगा।
पीड़िता और उसके परिजन थाना का कई दिनों तक चक्कर लगाते रहे बाद में परेशान होकर इसकी शिकायत सरगुजा IG से किया गया। शिकायत के आधार पर सरगुजा IG ने पटना थाना को निर्देशित किया कि, जीरो में मामला दर्ज कर रामानुजनगर थाना भेजा जाए। 15 अप्रैल रामानुजनगर थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई। लेकिन, अभी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं। पीड़ित और उसके परिजनों का आरोप हैं कि, पुलिस आरोपी को बचाना चाहते हैं।
कई दिनों तक दोनों थानों के चक्कर लगाने के बाद आखिरकार पीड़ित और उसके परिजनों ने आईजी सरगुजा से इसकी शिकायत की, इनकी शिकायत के आधार पर आईजी सरगुजा ने पटना थाना को निर्देशित किया कि जीरो में मामला दर्ज कर रामानुज नगर थाने भेजा जाए, 15 अप्रैल रामानुज नगर थाने में एफ आई आर दर्ज कर ली गई लेकिन अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई हैं। पीड़ित और उसके परिजनों का आरोप हैं कि, पुलिस आरोपी को बचाना चाहते हैं। इसलिए हुए उन लोगों पर समझौता करने के लिए दबाव बना रहे हैं।इधर, इस पूरे मामले में पुलिस ने चुप्पी साध रखी हैं।