हाथियों ने दो ग्रामीणों को बुरी तरह कुचला, दो टुकड़ों में बंटा शव



Surajpur News: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से सूरजपुर के प्रेमनगर वन परिक्षेत्र में घुसे 11 हाथियों के दल ने दो लोगों को कुचल कर मार डाला है। घटना शनिवार रात की है। 11 हाथियों के दल ने सबसे पहले अभयपुर में जनहानि की उसके बाद आगे बढ़ते हुए जनार्दनपुर की ओर चले गए। जनार्दनपुर में भी एक व्यक्ति को कुचल कर मार डाला। हाथियों ने दोनों व्यक्तियों को बुरी तरह से कुचला है। एक व्यक्ति का शव दो हिस्से में बट गया है। कुछ दिन पहले हाथियों का यह दल प्रेमनगर वन परिक्षेत्र में प्रवेश किया था।

हाथियों द्वारा लगातार आबादी क्षेत्र में प्रवेश करने का प्रयास किया जा रहा था। आरोप है कि हाथियों के मूवमेंट को लेकर वन विभाग की ओर से ज्यादा सतर्कता नहीं बरती जा रही थी। यही वजह है कि शनिवार की रात हाथियों ने अभयपुर और जनार्दनपुर में दो ग्रामीणों को कुचल कर मार डाला है। सुबह इस घटना की सूचना मिलने के बाद सूरजपुर से वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि हाथियों की मौजूदगी को लेकर मुनादी भी नहीं कराई गई थी।

हाथियों के हमले में जिन दो लोगों की मौत हुई उनमें हाथियों के हमले से मृत लोगों की सूची मनबोध गोंड (70 वर्ष) निवासी अभयपुर सूरजपुर तथा रायमति गोंड (70 वर्ष) निवासी ग्राम जनार्दनपुर थाना प्रेमनगर सूरजपुर शामिल हैं।घटना के बाद वन विभाग सतर्क हुआ है। ग्रामीणों को जंगल नहीं जाने की समझाइश दी जा रही है।

अभयपुर, जनार्दनपुर के साथ आस-पास के गांव में मुनादी शुरू करा दी गई है। मैदानी वन कर्मचारियों को जंगली हाथियों की निगरानी में लगा दिया गया है हाथियों का यह दल हर साल इसी सीजन में कोरिया जिले से सूरजपुर जिले के प्रेमनगर वन परीक्षेत्र से होते हुए सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र तक पहुंचता है। सूरजपुर के वन मंडलाधिकारी संजय यादव ने बताया कि 11 हाथियों का दल चार दिन से क्षेत्र में डटा हुआ है। आसपास के ग्रामीणों को लगातार सूचना दी जा रही थी। जनहानि की दो जो घटनाएं हुई उनमें पीड़ित परिवार का घर जंगल से लगा हुआ था।

गजराज वाहन के माध्यम से भी ग्रामीणों को सतर्क करने का काम किया जा रहा था। गांव के सरपंच भी जंगल किनारे बसे लोगों के घर-घर जाकर आग्रह कर चुके थे कि हाथियों से जनहानि संभावित है इसलिए रात को मुख्य बस्ती में आकर रहना शुरू करें लेकिन इन परिवारों के सदस्यों ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि पहली घटना अभयपुर में हुई।

यहां हाथियों के पहुंचते ही परिवार के लोग भागने लगे उसी दौरान बुजुर्ग हाथियों के सामने आ गया।यहां से जंगली हाथी जनार्दनपुर की ओर बढ़े। यहां भी जंगल किनारे रहने वाले परिवार के सदस्य जान बचाकर भागने लगे। बुजुर्ग महिला के सामने हाथी आ गए। उसे हाथियों ने कुचल दिया। डीएफओ ने बताया कि मृतकों के स्वजन को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान कर दी गई है।