
अम्बिकापुर। संघ लोक सेवा आयोग (SSC) द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (SSC CGL) के हाल ही में घोषित परिणामों में अम्बिकापुर के शुभम अग्रवाल ने अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त कर इतिहास रच दिया है। यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ से कोई उम्मीदवार SSC CGL में टॉप रैंक हासिल करने में सफल रहा है। शुभम अब विदेश मंत्रालय में अपनी सेवाएँ देंगे।
कौन हैं शुभम अग्रवाल?
अंबिकापुर के कुंडला सिटी में रहने वाले शुभम अग्रवाल के पिता मुकेश अग्रवाल व्यवसायी हैं, और शुभम खुद भी स्थानीय स्तर पर ट्यूशन क्लास संचालित करते रहे हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा भैयाथान के नेहरू बाल विद्या मंदिर से हुई, इसके बाद उन्होंने सूरजपुर के ग्लोबल पब्लिक स्कूल से कक्षा 9वीं और 10वीं तथा भैयाथान के सरकारी स्कूल से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की। बाद में शुभम ने NIT रायपुर से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
पहले UPSC में भी आजमा चुके हैं किस्मत
SSC CGL परीक्षा में पहली बार शामिल हुए शुभम का यह पहला प्रयास था, जिसमें उन्होंने सीधे टॉप रैंक हासिल कर ली। इससे पहले, शुभम तीन बार UPSC की प्रारंभिक परीक्षा पास कर चुके हैं, लेकिन मुख्य परीक्षा में सफलता नहीं मिली। आखिरकार, उन्होंने SSC CGL को अपना लक्ष्य बनाया और उसमें देशभर में पहला स्थान प्राप्त कर लिया।
बड़ी संख्या में लोग पहुँचे बधाई देने
शुभम की इस ऐतिहासिक सफलता के बाद परिवार और पूरे शहर में खुशी की लहर दौड़ गई। देशभर के प्रतिष्ठित संस्थानों और कोचिंग सेंटर के अधिकारी शुभम को सम्मानित करने और उनका इंटरव्यू लेने अंबिकापुर पहुँचे। परिजनों और रिश्तेदारों ने पटाखे फोड़कर जश्न मनाया और मिठाइयाँ बाँटी।
कड़ी मेहनत और परिवार का योगदान
अपनी सफलता का श्रेय शुभम ने अपने माता-पिता, भाई, धर्मपत्नी और गुरुजनों को दिया। उन्होंने कहा कि लगातार मेहनत, सही रणनीति और धैर्य ही सफलता की कुंजी है।
SSC CGL में इस बार 19 लाख परीक्षार्थी हुए थे शामिल
SSC CGL परीक्षा 2024 में कुल 19 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिनमें से केवल 18,000 पदों के लिए चयन हुआ। इनमें अंबिकापुर के शुभम ने देशभर में टॉप किया, जो छत्तीसगढ़ के लिए एक गर्व की बात है।
विदेश मंत्रालय में लेंगे जिम्मेदारी
टॉप रैंक हासिल करने के बाद शुभम अब विदेश मंत्रालय में अपनी सेवाएँ देंगे। उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ को उन पर गर्व है।