- पहली बार जिला अस्पताल में आई यह मशीन
अम्बिकापुर(दीपक सराठे)
रघुनाथ जिला अस्पताल में अब मरीजों को संक्रमण रहित चादरें मिल सकेंगी। जिला अस्पताल प्रबंधन की कोशिस के बाद अस्पताल के कपड़ों की सफाई के लिये 19 लाख की लागत का आधुनिक लाॅड्री सिस्टम मंगवाया गया है। अस्पताल में यह मशीन आ चुकी है। विडम्बना यह है कि अनेक कोशिसों के बाद मंगवाई गई लाखों की यह मशीन को स्थापित करने के लिये अस्पताल में ही एक खण्डहरनुमा स्थान का चुनाव किया गया है। वहां मशीन रखवाने तैयारी भी शुरू कर दी गई है। प्रबंधन का मानना है कि इस आधुनिक लाॅड्री सिस्टम से कपड़े धोने में लगने वाला मैन पाॅवर कम लगेगा। कई हिस्सों में लाई गई इस मशीन का एक हिस्सा लाॅड्री व दो हाईड्रा स्टेक्चर, एक डायर व एक प्रेस मशीन है। प्रबंधन के अनुसार एक और लाॅड्री मशीन लाने की तैयारी की जा रही है।
रघुनाथ जिला अस्पताल की स्थापना के बाद पहली बार यह मशीन मंगवाई गई है। शुरू से अस्पताल के कपड़ों चादर, बेडशीट, कम्बल व अन्य कपड़ों को धोने के लिये मेनुअल रूप से काम किया जाता था। इससे कई प्रकार से दिक्कतें सामने आती थीं। बारीश के दिनों में कपड़े नहीं सूख पाते थे। वहीं अगर धोबी के छुट्टी पर चले जाने से परेशानी का सामना करना पड़ता था। कपड़ों में प्रेस भी मेनुअल रूप से ही होता था। कपड़े धोने की जो प्रक्रिया थी, उसे देखकर ही सहज अंदाजा लगाया जा सकता था, कि मरिजों की विभिन्न बिमारियों से कपडें में आये संक्रमण को दूर करने अभी तक कोई कवायद नहीं की गई थी। वर्तमान में काम कर रहे धोबियों ने भी एक बड़ा खुलासा किया कि मात्र एक किलो वाॅशिंग पाॅउडर देकर उनसे सौ चादरें धुलवाई जाती हैं। ऐसे में मरीजों के बिस्तर में बिछाये जाने वाले चादर कितने संक्रमित होते होंगे, इसका भी सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
बहरहाल लाखों रूपये के लाॅड्री सिस्टम के आने से प्रबंधन का यह दावा है कि वे पहले से ज्यादा कपड़ों को समय पर धुलवा सकेंगे और मशीन में ही कपड़े सुख जायेंगे, इसके बाद कपड़ों में प्रेस भी अच्छी तरह से हो सकेगा। जहां तक संक्रमण का सवाल है वह भी इन मशीन के जरिये अच्छी धुलाई से दूर हो सकेगा। जिला अस्पताल के लिये यह एक अच्छी खबर तो है, परन्तु प्रबंधन ने लाखों की इस मशीन को महिला अस्पताल के पीछे एक खण्डहर में स्थापित करने का चुनाव किया है, वह आने वाले समय में मशीन को कण्डम बना देगा। उस खण्डहर की स्थिति यह है कि बरसात के दिनों में कई जगह से पानी का रिसाव उसमें होता है, न दीवारे सही हैं, और न छत की स्थिति को ठीक कहा जा सकता है। ऐसे में वह लाखों की लाॅड्री सिस्टम को स्थिापित करना शुरू से ही सवालों की घेरों में आने लगा है।
व्यवस्थित करेंगे स्थान -आरएमओ
जिला अस्पताल के आरएमओ डाँ व्ही के श्रीवास्तव ने बताया कि यह मशीन अस्पताल के लिये काफी उपयोगी है। इसको स्थापित करने के लिये जो स्थान हमने चुना है वह वर्तमान में भले ही जर्जर है परन्तु वहां निश्चित रूप से हमारे द्वारा सफाई करवाकर एक प्लेट फार्म बनाया जायेगा। उक्त भवन में जो भी परेशानी है, उसे दूर किया जायेगा।