SECL की सर्वे टीम को ग्रामीणों ने बनाया बंधक…गुप्त तरीके से चल रहा था सर्वे…

सूरजपुर /प्रतापपुर

कोल प्रबंधन के सर्वे कर्मचारियों द्वरा गोपनीय तरिके से ग्राम जगन्नपुर में पहुंच सर्वे करने से नाराज ग्रामिणों ने सर्वे कर्मचारियों को बंधक बना लिया। पुलिस के हस्ताक्षेप के बाद कर्मचारियों को ग्रामिणें से छुडाया गया। बगैर जानकारी के सर्वे को लेकर चौकी प्रभारी प्रमोद पाण्डेय ने खान प्रबंधन के लोगों को कडी फटकार लगाई। एसडीएम प्रतापपुर श्री रघुवंश ने भी एसईसीएल को सर्वे की अनुमति होने से इंकार किया।
जगन्नाथपुरगावं में प्रस्तावित महान -3 खुली खदान परियोजना हेतु प्रयास एस.ई.सी. एल. प्रबंधन द्वारा एक ओर तो आम सहमति का हवाला देकर खदान खोलने की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर की जा रही है तो दुसरी ओर कागजी सच्चाई से कोसो दुर नजर आ रही है। प्रबंधन के लाख प्रयास एवं कागजी दावों के बावजुद अभी भी प्रंबंधन ग्रामीणों का विष्वास नहीं जीत पाया है। जीससे आये दीन विवाद की स्थिति निर्मीत हो रही है। खदान खोलने के लिए आवष्यक कार्यलीन कार्य तो सरलता से हो रहा है मगर जब घरों और जमीन की नाप जोख की बात आती है तो कुछ ग्रामीण विरोध पर उतारू हो जाते है। जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है। महान-3 खदान खोलने के लिए खान प्रबंधक श्रीमण्डल के नेतृत्व में पिछले 10 दिनों से ग्राम जगन्नाथपुर में मकान पेड़ का सर्वे किया जा रहा है मगर आज अचानक गांव की संगठीत महिलाओं एवं ग्रामीणों ने खान प्रबंधन के लोगों केा घेर लिया। ग्रमीण के आक्रोश से डरे अधिकारीयों ने किसी तरह सूचना खड़गावं चौकी में दी चौकी प्रभारी प्रमोद पाण्डेय भी दल बल के साथ मौके पर पहुूंच ग्रमीणों को खाफी देर तक समझाइस के बाद ग्रामीणों ने खान प्रबंधक समेत अन्य लोगों को पुलिस के हवाले किया।पुलिस ने सभी अधिकारीयों केा शकुषल चौकी लेकर पहुंचे तब जाकर अधिकारीयों ने राहत की सांस ली। ग्रमीणों का आरोप था कि खान प्रबंधन के लोग बगैर किसी पूर्व जानकरी के सर्वे एवं नाप जोख करने आते हैं और मनमाना सर्वे कर चले जाते हैं।
वहीं दुसरी ओर खान प्रबंधन नें सर्वे से पूर्व राजस्व विभाग से अनुमति भी नहीं ली है फिर किस आधार पर मनमाना सर्वे कर रहे है। ग्रामीणों के अचानक घेराव करने के एवं आक्रोषित होने से प्रबंधन की गोपनीय कार्य प्रणाली की पोल खुल गई है। आखीर ऐसी कौन सी मजबुरी है जो एस.ई.सी.एल. प्रबंधन खुलकर खदान खोलने की पहल एवं सर्वे नही  करा पा रहा है महान -3 से 4 गावं प्रभावित है जिसमें चौरा, परसवार,और पंपापुर गांव में ज्यादातर औपचारिक्ता पूरी कर ली गई है खान से सबसे ज्यादा प्रभावित जगन्नाथपुर में खान प्रबंधन को शुरूवात से ही कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
विवाद का कारण महान-2 खदान खोलने के पूर्व किये गये वादें आज तक पूरे नहीं हुए है। एस.ई.सी.एल. प्रबंधन सर्वे के लिए न तो राजस्व विभाग से अनुमति लिया है न ही सम्बंधित थाना चौकी को सूचना दिये हैं । बगैर सूचना गांव में घुसने से आज अगर कोई अनहोनी हो जाती है तो उसकी जवाबदारी कौन लेगा। पुलिस के सही समय पर पहुचने से मामला शांत हो गया हालाकी चौकी प्रभारी प्रमोद पाण्डेय ने भी खान प्रबंधन के लोगों को कड़ी फटकार लगाई और भविष्य में बगैर सूचना के गांव में प्रवेष कर सर्वे करने से मना किया।

मुझे जानकरी नही है अनुमति की –
एस.ई.सी.एल. खान प्रबंधन को मेरी जानकारी में सर्वे हेतु कोई अनुमति नहीं दी गई हैं हो सकता है तहसील कार्यालय से अनुमति दी गई हैं।
एम.एस. रघुवंषी
एसडीएम प्रतापपुर

सर्वे के पूर्व सूचना देना चाहिए था –
खान प्रबंधन की सूचना पर जब मौके पर पहुंचे तो खाफी संख्या ग्रामीणों ने एसईसीएल खान प्रबंधन के लोगों को ग्रामीणों ने घेर रखा था। बहुत समझााईस के बाद ग्रामीण शांत हुए तब कर्मचारीयों केा ग्रामीणों के घेरे से बाहर निकाला जा सका। सर्वे से पूर्व प्रबंधन द्वारा ग्रामीणों व पुलिस को सूचना दी जानी चाहिए।
प्रमोद पाण्डेय
चौकी प्रभारी खड़गावं

दस दिनों से चल रहा है सर्वे –
जगन्नाथपुर में गत दस दिनों से सर्वे किया जा रहा था,करिब एक सौ पच्चास घरो का सर्वे किया जा चुका है। भविष्य में जो भी सर्वे होगा उसकी सुचना पुलिस चैकी और राजस्व विभाग को भी देगे ताकि अप्रिय स्थिति से बच सके।
श्री नौटियाल
राजस्व अधिकारी एसईसीएल भटगांव

 

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