
Ambikapur News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर की कोतवाली और मणिपुर थाना क्षेत्र चोरों की शरणस्थली बनता जा रहा है. आय दिन चोरी की हो रही घटना के बीच एक ऐसी चोरी की घटना सामने आई है. जो ना केवल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है. बल्कि शहर वासियों के जान माल की सुरक्षा पर भी प्रश्न चिन्ह लगा रही है.
इतना बड़ा वाहन चोरी
अम्बिकापुर में आपने आमतौर पर मोटरसाइकिल और स्कूटी चोरी के साथ सुने मकान में सेंधमारी की वारदात की खबरें पढ़ी और सुनी होगी. लेकिन अम्बिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चोरी की हुई एक घटना ने चोरों के बढ़े हौसले को प्रदर्शित कर दिया है. और साथ की पुलिस की गश्त और मुस्तैदी ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. दरअसल, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कैंपस में खड़ी 108 संजीवनी एंबुलेंस को ही चोरों ने पार कर दिया है. जबकि अस्पताल कथित रूप से दो लेयर की सुरक्षा व्यवस्था में रहता है.
सुरक्षा में सेंध
जानकारी के मुताबिक अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था दो नहीं तीन लेयर में होती है. एक तो अस्पताल प्रबंधन द्वारा तैनात किए गए सुरक्षाकर्मी की निगरानी, दूसरी लेयर में अस्पताल में खुला पुलिस सहायता केंद्र, और तीसरी मणिपुर थाना पुलिस की गश्त. लेकिन अगर तीन लेयर की सुरक्षा में सेंध करके कोई अपराधी अस्पताल के वाहन वो भी महतारी एक्सप्रेस जैसे महत्पूर्ण वहा की चोरी कर लेता है. तो फिर जिम्मेदार पर इस बड़ी चोरी से बड़ा एक्शन बनता है. जो पिछले रिकॉर्ड को देखता हुए संभव नहीं लग रहा है.
प्रबंधन बेसुध
अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर.सी. आर्या ने बताया कि, मुझे ये सूचना मीडिया के माध्यम से मिली है. सीधे सीधे ऐसी कोई सूचना मेरे पास नहीं आई है. मेरे कार्यालय में जो वाहन का काम देखते है, वह बताएं हैं कि इस तरह की घटना हुई है. किस तरह से चोरी की घटना हुई है, क्या हुई है. मेरे पास कोई तथ्यात्मक जानकारी नहीं आई है. जांच का विषय है. अगर संबंधिततो की ओर से कोई एफआईआर की गई होगी तो जांच में ये सामने आएगा कि, किस तरह से ये प्रकरण हुआ है.
पुलिस की सफाई
एएसपी अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि थाना मणिपुर में सूचना मिली है कि जिला हॉस्पिटल में एक पुरानी एम्बुलेंस खड़ी थी. वो कुछ दिनों से गायब हुई है. इस प्रकरण में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.