सारंगढ़/बिलाईगढ़. नवीन जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत भद्रा मे शिक्षको की लापरवाही चरम सीमा पर है। तो वही एक तरफ जहां स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है और वही से पढ़ लिखकर बच्चे जो है डाक्टर, कलेक्टर, इंजिनियर, पुलिस व विधायक मंत्री बनकर अनेको जगह मे अपनी सेवा देते है और छात्रों को जरूरत होती है एक अच्छी शिक्षा और शिक्षक की मगर जब शिक्षक ही लापरवाही और निष्क्रियता की हद पार कर दे तो आप खुद समझ सकते है उस स्कूल और वहा पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य क्या होगा।
दरअसल, हम बात कर रहे है नवीन जिला सारंगढ़ के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक शाला व शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भद्रा की जहां के शिक्षक व प्रधान पाठक बिना किसी आदेश के अपने मन मर्जी से समय के पहले स्कूल की छुट्टी कर देते है। जिससे स्कूल के बच्चे वही स्कूल मे पढ़ाई लिखाई को छोड़कर वहा स्कूल पास ही खेलो मे मग्न रहते है, तो वही जब मिडिया की टीम ने उन बच्चो से पूछा कि आप लोग स्कूल के टाईम मे कैसे खेल रहे हो तो वहा मौजूद बच्चो ने बताया कि यहा के दोनो स्कूलो मे पढ़ाई लिखाई नही होता है और एक सप्ताह मे रोज दोपहर को 1 बजे स्कूल की छुट्टी कर दी जाती है।
वही, जब मिडिया की टीम ने इस संबंध मे वहा के शिक्षको से बात की तो सभी शिक्षक जो है अपना पल्ला झाड़ते हुए दिखे और हैरानी की बात यह भी है की यही के स्कूल के संकुल समन्वयक भी आते हैं। स्कूल के शिक्षक शांति कुमार मनहर ने इस बात से मुखर्ते हुए कहा कि स्कूल मे माध्यान भोजन नही बनने के कारण हम लोग जल्दी छुट्टी कर देते है जबकि उसी दिन वही समय मे बाकी स्कूलो की पढ़ाई चल रही थी। और स्कूल खुली हुई थी। ऐसे बोलने पर शिक्षको द्वारा धौस दिखाते हुए कहा कि हमारा ज्यादा से ज्यादा यहा से ट्रांसफर होगा इससे ज्यादा क्या होगा। इससे साफ जाहिर होता है कि यहा पदस्थ प्रधान्यपाठक व प्रधानपठाक और संकुल समन्वयक इन तीनो की घोर लापरवाही सामने आता है। साथ ही साथ स्कूली बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। जहां ऐसे मे अब देखने वाली बात होगी कि ऐसे लापरवाह शिक्षको के ऊपर आखिर कब तक कार्यवाही होती है ये तो धरती के गर्भ मे हैं।