संदीप हत्याकांड: सर्व आदिवासी समाज करेगा चक्काजाम और उग्र प्रदर्शन, आठ सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन तेज

अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..संदीप हत्याकांड के बाद न्याय की मांग करते हुए सर्व आदिवासी समाज ने अब चक्काजाम और उग्र प्रदर्शन की तैयारी कर ली है। समाज की आठ सूत्रीय मांगों में संदीप की पत्नी को सरकारी नौकरी, दो करोड़ रुपये का मुआवजा, और अन्य प्रमुख मांगे शामिल हैं। इस संबंध में सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि उनकी मांगें पूरी न होने पर बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ा जाएगा।

धरना स्थल से रैली निकालकर सर्व आदिवासी समाज के सदस्य मुख्य मार्ग होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने एसडीएम रवि राही को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि घटना के 11 दिन बीतने के बाद भी उनकी आठ सूत्रीय मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। समाज का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार और पुलिस प्रशासन इस मामले में पूरी तरह असफल रहे हैं, जिससे लोगों में गहरा असंतोष है।

सर्व आदिवासी समाज ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को जल्द ही पूरा नहीं किया गया तो वे चक्काजाम और उग्र प्रदर्शन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।

इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सुशील सिंह मरावी, बिगन राम, फुलसाय लकड़ा, राजेश मिंज, करम साय, और दिलेश तिग्गा समेत कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। आंदोलन में भारी संख्या में समाज के लोग शामिल थे, जो इस मुद्दे पर सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ गुस्से में हैं।

आंदोलन के पीछे की मांगें-

1. संदीप की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए।

2. पीड़ित परिवार को दो करोड़ रुपये का मुआवजा मिले।

3. मामले की निष्पक्ष जांच हो।

4. दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।

5. पीड़ित परिवार को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।

6. सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को विशेष राहत पैकेज दिया जाए।

7. इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।

8. आदिवासी समाज के साथ हो रहे अत्याचारों पर रोक लगाई जाए।