बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार).. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत दी जाने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता से किस कदर समझौता किया जा रहा है..इसकी एक बानगी वाड्रफनगर ब्लाक के ग्राम लोधी में देखने को मिली..सरकारी राशन दुकान में सड़ा हुआ चावल लगभग 10 परिवारों को दे भी दिया गया..वही इस पूरे मामले पर कलेक्टर ने जांच का आश्वासन देते हुये कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के विरुध्द कार्यवाही की जाएगी..
दरअसल प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सस्ते दरों पर सरकारी राशन दुकानों में खाद्यान्न सामग्री दी जाती है..और इस योजना में किस कदर लापरवाही बरती जा रही है..इसका एक उदाहरण बलरामपुर जिले वाड्रफनगर के लोधी गांव में देखने को मिली है..लोधी गांव के सरकारी राशन दुकान में इस महीने सड़ा हुआ चावल का लाट भेजा गया है..ग्रामीणों का आरोप है कि दुकान में उपलब्ध चावल खाने योग्य ही नही है..और चावल से एक अजीब तरह की दुर्गंध भी आ रही है!..
बता दे कि जिले की लगभग आधी से ज्यादा आबादी सरकारी राशन दुकानों में दी जाने वाली खाद्यान्न सामग्रियों जैसे चावल, चना, शक्कर, नमक पर ही निर्भर है..और ऐसे में इस जनकल्याकारी योजना में इतनी बड़ी लापरवाही ने जिम्मेदारों के दावों की पोल खोल कर रख दी है!..इधर इस संबंध में नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है!..
वही मामला सामने आने के बाद कलेक्टर रिमिजियुस एक्का का कहना है, की 9 बोरी चावल ही खराब मिले है..मौके पर एसडीएम और खाद्य अधिकारी की ज्वाइंट टीम को भेजा गया है.. उन्होंने कहा की इस पूरे मामले की जांच के बाद जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही की जायेगी..