रायपुर. लॉकडाउन के दौरान कर्नाटक में फँसे 170 प्रवासी मज़दूरों को छत्तीसगढ़ वापस लाया गया. रोटरी क्लब के सहयोग से बैंगलुरू से इन्हें विशेष विमान द्वारा छत्तीसगढ़ लाया गया. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने लॉकडाउन के दौरान ज़रूरतमंदों के लिये विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया था.
कर्नाटक में फँसे हुए छत्तीसगढ़ के श्रमिकों में से अनेक मज़दूरों ने कॉल करके मदद की गुहार लगाई थी. निरंतर प्रयास करते हुए अनेक प्रवासी श्रमिकों को रेलमार्ग द्वारा वापस लाने की व्यवस्था की गई थी. फिर भी अनेक श्रमिक कर्नाटक के विभिन्न क्षेत्रों में फँसे हुए थे. खाद्यमंत्री ने बताया कि इन मज़दूरों को वापस लाने की कोशिशें लगातार चल रही थीं.
कर्नाटक के सुदूर भागों में होने के कारण सबसे संपर्क करने व उनकी मदद करने में अड़चनें आ रही थीं. इसी दौरान खाद्यमंत्री का संपर्क कर्नाटक के कोलार जिले के रोटरी क्लब के अध्यक्ष सोमशेखर गौड़ा और रोटरी क्लब के ही सदस्य अजय बहेल से हुए. श्रमिकों के विषय में उनसे चर्चा होने पर उन्होंने आगे बढ़कर मदद की पेशकश की. रोटरी क्लब के अध्यक्ष सोमशेखर गौड़ा और अजय बहेल ने सक्रियता दिखाते हुए कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में फँसे श्रमिकों को कैंपेगौड़ा एयरपोर्ट, बैंगलुरू तक उन्हें बस से लाने की व्यवस्था की. तत्पश्चात उन्हें विमान द्वारा छत्तीसगढ़ लाया गया. इस सहयोग के लिये खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने पत्र लिखकर सोमशेखर गौड़ा और अजय बहेल के प्रति आभार व्यक्त किया. साथ ही उन्होंने उन सभी को धन्यवाद दिया जिन्होंने श्रमिकों की घर वापसी के लिये योगदान दिया है.
कर्नाटक में फँसे बहुत सारे मज़दूरों का हेल्पलाइन नंबर पर कॉल आया था. इसी बीच मंत्री जी की बात बहेल और गौड़ा से हुई, इनसे मज़दूरों की लिस्ट साझा की, इन्होंने फिर आगे बढ़कर मज़दूरों की मदद की, कैंपेगोड़ा तक पहुँचाया. इन श्रमिकों को बेंगलुरू एयरपोर्ट में लाने से पहले 14 दिन के क्वारंटाइन में रखा गया था. छत्तीसगढ़ आगमन के पश्चात इनकी स्वास्थ्य जांच की गई. छत्तीसगढ़ में घर जाने से पहले इन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा.
खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि हेल्पलाइन नंबर 18001233714 अब भी जारी है. यदि देश के किसी भी भाग में फँसे मज़दूर या अन्य नागरिकों को ज़रूरत हो तो इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं. यदि आप भी ज़रूरतमंदों की किसी भी तरह की मदद करना चाहते हैं तो आपका स्वागत है.