रायपुर : कल एक युवक ने सी एम हाउस के सामने आत्म हत्या की कोशिश की थी , ऐसा करने का कारण बेरोजगारी था। हलांकि पुलिस ने आत्महत्या के प्रयास के दौरान युवा को पकड़ लिया और उसे समझा कर ऐसा करने से रोका।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ट्वीट कर सरकार से सवाल पूछा , उन्होंने कहा कि बेरोजगारी से तंग आकर युवाओं द्वारा आत्महत्या करना सरकार के मुँह पर तमाचा है। वो अपने किये हुए वादे क्यों भूल जाते है। रमन सिंह ने ट्वीट में लिखा कि सरकार के इसी तरह के झूठे वादों के चलते हम युवा हरदेव सिन्हा को खो चुके है।
लेकिन हमारा सवाल केवल भूपेश बघेल से नहीं बल्कि तमाम नेताओं से है जो चुनाव होने से पहले बड़े बड़े वादे करते है लेकिन चुनाव होने के बाद ही सब भूल जाते है फिर वह बात रमन सिंह की हो या भूपेश बघेल की, क्योकि अभी भूपेश बघेल को आये हुए दो साल ही हुए है उनसे पहले रमन सिंह का ही शासन था , उनके शासन काल में ही कितने विकास हुआ है,,? ये आप सब अच्छे से जानते है।
नेताओं को कभी अपनी जुबान की कीमत नहीं होती है , एक आम आदमी अपनी दी हुई जुबान से पल्टी मारने में एक बार सोचेगा लेकिन नेताओं को पलक झपकने से भी कम समय लगता है , इस राज्य- और देश में ना जाने कितने युवा ऐसे है जो केवल बेरोजगारी के लिए अपनी जान गवा देते है। और सरकार तमाशे देखती है।