रायपुर। 02 राज्यसभा सदस्यों तथा 08 लोकसभा सदस्यों को सत्रहवीं लोकसभा के प्रथम वर्ष के दौरान उनके प्रदर्शन के आधार पर विभिन्न श्रेणियों के तहत संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन पूर्व राष्ट्रपति स्व. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सुझाव के बाद 2010 से संसद रत्न पुरस्कार के साथ लोकसभा में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले सांसदों को सम्मानित कर रहा है।
संसद रत्न पुरस्कार 2020 के लिए नामित सांसदों में राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा, विशम्भर प्रसाद निषाद तथा लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले, सुभाष रामराव भामरे, हीना गावित, अमोल रामसिंग कोल्हे, शशि थरूर, निशिकांत दुबे, अजय मिश्रा, राम मोहन नायडू है।
राज्यसभा के वर्तमान सांसदों को सम्मानित करने की इस श्रेणी को इस साल शुरू किया गया है। प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन के अनुसार भर्तृहरि महताब, सुप्रिया सुले और श्रीरंग अप्पा बार्ने को 16वीं लोकसभा में निरंतर गुणात्मक प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित ‘संसद महा रत्न पुरस्कार’ प्राप्त होगा। यह पुरस्कार पांच साल में एक बार दिया जाता है। पुरस्कार पाने वालों का चयन संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल की अध्यक्षता में आयोजित तीन सदस्यीय निर्णायक मंडली द्वारा किया गया। अन्य दो सांसद एन.के. प्रेमचंद्रन और श्रीरंग अप्पा बार्ने हैं। तीनों जूरी सदस्य पिछली लोकसभा में संसद रत्न पुरस्कारों के उत्कृष्ट सांसद और प्राप्तकर्ता रहे हैं। मेघवाल के अनुसार नागरिक समाज द्वारा सांसदों की मान्यता और प्रदर्शन समीक्षा से लोकतंत्र को मजबूत करने में मदद मिलती है।