Chhattisgarh News: आरक्षण बिल में हस्ताक्षर नहीं होने पर गरमाई सियासत; कांग्रेस.. BJP और RSS पर लगा रही आरोप, जानें क्या कुछ कह रहे हैं नेता

Raipur News: आरक्षण बिल पर अब तक हस्ताक्षर न होने पर कांग्रेस पार्टी इसका सीधा सीधा आरोप भारतीय जनता पार्टी और RSS पर लगा रही हैं। छत्तीसगढ़ में चल रहे आरक्षण मुद्दे के बीच राज्यपाल अनुसुइया उइके का दिल्ली दौरा के बाद से अब यह मुद्दा और गरमा गया हैं। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर न करने का कारण भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस को बताया हैं।

पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा, मुझे लगता है भारतीय जनता पार्टी के दबाव में महामहिम राज्यपाल दस्तखत नहीं कर रही हैं। बीजेपी के सम्मानीय सदस्यों का विधानसभा में भी दिखा था कि विधेयक को रोकना चाह रहे थे, बाद में सर्वसम्मति जरूर बना। पहले जो मन की मनसा रही संविधान बदलना चाहते हैं, आरक्षण देना नहीं चाहते, गरीब, कमजोर लोगों को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते। उन्हीं के दबाव में राज्यपाल हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। बीजेपी और आरएसएस का हिडन एजेंडा होता हैं वे लोग आरक्षण देना नहीं चाहते। उसी राह पर राज्यपाल चल रही हैं। बीजेपी आरएसएस के दबाव के कारण हस्ताक्षर नही कर रही हैं। महामहिम ने ही सरकार को चिट्ठी लिखकर सत्र बुलाने कहा था। उनकी मंशा के अनुरूप सरकार ने तत्परता दिखाई और विधेयक पास करवाया। राज्यपाल को प्रदेश के हित को ध्यान में रखकर दस्तखत करना चाहिए।

बता दें कि, राज्यपाल अनुसुइया उइके इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं और वे आरक्षण विषय को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकती हैं और वहीं 20 दिसंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगी। दिल्ली जाने से पहले एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा था कि निश्चित रूप से क्योंकि मेरा जाने का हुआ था। तब परिस्थिति ऐसी उत्पन्न नहीं हुई थी, लेकिन अब इस बीच में ही परिस्थितियां आई है और मैं आरक्षण पर भी चर्चा करूंगी। मैंने लीगल ओपिनियन से अपना 10 सवाल भेजे है। जैसे ही उनका जवाब आएगा। उस पर मैं विचार करूंगी।

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