रायपुर. नगर निगम का आज बजट पेश किया जाना था और जैसे ही बजट का पिटारा लेकर महापौर एजाज ढेभर (Ajaj dhebhar) सभापति के पास पहुँचे वैसे ही विपक्ष जोर जोर से हंगामा करने लगा। नज़ारा कुछ ऐसा था कि एक तरफ रायपुर नगर निगम बजट का पिटारा खुला तो दूसरी तरफ विपक्ष पीएम आवास मुद्दे को लेकर जोर जोर से चीखने लगे। पीएम आवास योजना को लेकर लगातार विपक्ष हावी होता आ रहा है और आज निगम बजट (Raipur Nagar Nigam budget 2023) पेश होने के पहले भी विपक्ष ने सत्ता पक्ष के लिए खूब नारेबाजी की।
रायपुर नगर निगम बजट को नेता प्रतिपक्ष ने बताया हवा हवाई बजट
नेता प्रतिपक्ष मीनल (minal choubey) चौबे ने कहा – जनता के साथ हमें उम्मीद थी शहर की जनता इंतजार कर रही थी कि बिजली बिल माफ, प्रॉपर्टी टैक्स ऑफ इंतजार कर रही थी लेकिन बजट में इसका कोई उल्लेख नहीं, आज के डेट में 200 करोड़ रुपए नगर निगम के खाते में बैंकों में जमा है, इसके बावजूद शहर की जनता को कुछ नही मिला। जनता के ऊपर टैक्स के ऊपर टैक्स लादा जा रहा है, पैसा बैंकों में रखकर ब्याज खा रहे हैं, सारे पैसे बैंकों में जमा है जिससे एक नया बैंक खुल जाएगा। नया फरमान लेकर आये हैं गीला और सूखा कचरा अलग करें। करोड़ों रुपए स्वच्छता के लिए केंद्र सरकार दे रही है, गरीब जनता को गिला सूखा अलग करने सेक्या लाभ है? ब्याज चक्रवर्ती ब्याज लगा रहे हैं, नगर निगम खाते में करोड़ों पर जमा है तो उसका उपयोग में लाए, टैंकर मुक्त शहर की बात करते हैं ₹48 करोड़ आज भी जल कार्य के लिए बैंक में जमा है, नगर निगम के खाते में पैसे और क्यों नहीं बनाते? सब पैसा खाते में आ कर रखा है, महापौर और सत्तापक्ष की लापरवाही से कार्य नहीं हो पा रहे हैं, बजट पेश करके अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, उनको मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए कि जो भी बातें बजट में समावेश किया है 75% कार्य केंद्र सरकार के पैसे से हो रहा है, एहसान परामर्श महापौर है इसलिए इनकी सरकार नहीं चल पाएगी, अगली बार जनता ऐसे जवाब देगी शेरो शायरी से भरपूर बजट पेश किया है।
बजट पेश करने के बाद महापौर एजाज ढेभर ने कहा – जनता के हित में जो भी सुझाव आता है, गरीब युवा वृद्धों के लिए सुझाव आता तो आज के आज उसे शामिल किया जाएगा। पहले टैंकर के लिए दो ढाई करोड़ रायपुर नगर निगम में टेंडर किए जाते थे, हमने टैंकर में लोगों को लड़ते भिड़ते देखा है। दुरुस्त इलाके में थोड़ी पहुंच जरूरत पड़ती होगी लेकिन दावा करता हूं कि हमने जो टैंकर बूथ का सपना देखा था वह पूरा किया। गंदा पानी हम नहीं देना चाहते लेकिन नाली पाइप जुड़े रहते हैं इसलिए गंदा पानी आ जाता है, सफाई के लिए आश्वासन दिया। महापौर ने कहा 4 साल में हमने ऐसा कोई काम नहीं किया जो कोई हमपर उंगली उठा सके।