छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों के हड़ताल पर राजनीति, जानें इस मसले पर क्या बोले सीएम भूपेश और पूर्व सीएम डॉ रमन



रायपुर। महंगाई भत्ता और गृहभाड़ा भत्ते को लेकर अधिकारियों-कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन आंदोलन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कर्मचारियों के लिए बहुत कुछ किया। कर्मचारियों के आधे संगठन ने छह प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने का स्वागत किया है। वर्किंग डेज पांच दिन किया गया है। उसके बाद भी वे हड़ताल करना चाहते हैं तो उनकी इच्छा। सरकार अपना काम करेगी।

वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आरोप लगाया है कि सरकार कर्मियों को केंद्र के समान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने की बजाय दबाव बनाकर आंदोलन को कुचल रही है। सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चिंता न करें। सवा साल बाद सरकार बनते ही सारी मांगें भाजपा पूरा करेगी।

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार के ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। उन्होंने पुलिस की सख्ती और एस्मा लगाए जाने पर कहा कि सरकार ने छत्तीसगढ़ की पुलिस के साथ भी विश्वासघात किया है। उनके लिए की गई घोषणा भी पूरा नहीं कर पाई है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा अब घड़ियाली आंसू न बहाए। यदि रमन सिंह को कर्मचारियों की इतनी चिंता थी तो पेंशन प्रणाली क्यों खत्म की थी। भाजपा किस नैतिकता से बयान दे रही है। कर्मचारियों के लिए भूपेश सरकार लगातार काम कर रही है। उनके लिए पेंशन लागू की है। अभी छह प्रतिशत डीए बढ़ाने पर कर्मचारियों ने इस निर्णय का स्वागत भी किया है।