@संजय यादव
जांजगीर चाम्पा। छत्तीसगढ़ में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के बाद अब कांग्रेस भी भरोसा यात्रा निकालने जा रही है। इस यात्रा की शुरुआत गांधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर से होगी। यह यात्रा सभी विधानसभा में निकाली जाएगी। इसके लिए विधानसभा-वार नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस की शुक्रवार को हुई मैराथन बैठक में के बाद इस यात्रा पर फैसला लिया गया है। यात्रा के दौरान कांग्रेसी भूपेश बघेल सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे। हर विधानसभा से निकलने वाली यात्रा में पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
भाजपा के परिवर्तन यात्रा के जवाब में कांग्रेस 2 अक्टूबर से भरोसा यात्रा निकालने जा रही है। राजनीति में हर सवाल का विकल्प सत्ताधारी पार्टी के पास तैयार है। प्रदेश में दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टी एक -दूसरे को कटघरे में खड़े करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भूपेश बघेल के चेहरे को लेकर चुनाव मैदान में है तो भाजपा पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने जा रही है ।
अक्टूबर में आचार संहिता लगने से पहले ही राजनीतिक दलों ने जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए ताकत झोंक रहे है। अब इसमें कितने वोट में परिवर्तित होते है यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगी। एक तरफ भाजपा परिवर्तन यात्रा को लेकर खुशी जता रही है तो काग्रेस अपनी सरकार के कामकाज को लेकर जनता के पास पहुंच रही है।
परिवर्तन और भरोसे के व्दंद में जीत किसकी होगी इस दावे और प्रतिदावे का शोर चारों तरफ सुनाई दे रही है। लेकिन मतदाता खामोश है। भाजपा-कांग्रेस को टक्कर देने के अरविंद केजरीवाल की राष्ट्रीय़ आमआदमी पार्टी पूरे दम से विधानसभा चुनाव में उतरने तैयार है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी,कांग्रेस,बीएसपी, आप 90 विधानसभा सीटों पर चारों पार्टियों के चार प्रत्याशी तो तय है, इसके अलावा बागियों की संख्या बढ़ेगी. इस बार चुनाव में चतुष्कोणीय मुकाबला होगा तय माना जा रहा है। प्रदेश की राजनीति पूरे उफान पर नजर आ रही है। सत्तारूढ़ दल जहां पूरी ताकत झोंक रही है वहीं विपक्ष आैर अन्य़ दल कांग्रेस को टक्कर देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। भाजपा जहां भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रही है तो कांग्रेस अपने कामकाज को लेकर एक बार फिर भरोसा की यात्रा पर जा रही है।
भाजपा के परिवर्तन यात्रा के जवाब में कांग्रेस ने जनता का भरोसा जीतने भरोसा यात्रा निकालने जा रही है। सत्ता की चाबी की तलााश में जहां भाजपा परिवर्तन यात्रा पर निकल चुकी है,जिस् फेल करने के लिए कांग्रेसी सरकार की उपलब्धियां बताने हर विधानसभा क्षेत्र में दो अक्टूबर को भरोसा यात्रा को सफल बनाने सभी बड़े स्थानीय नेता अपने-अपने क्षेत्र में जुट गए है। काग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का छत्तीसगढ़ दौरा भी प्रस्तावित किया गया है। राहुल 25 सितंबर को बिलासपुर के तखतपुर में चुनावी सभा करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सभा 28 सितंबर को बलौदाबाजार में प्रस्तावित है। प्रियंका गांधी चार अक्टूबर को कांकेर में आयोजित पंचायती राज नगरीय निकाय सम्मेलन में शामिल होंगी।
वही बार-बार अमित शाह के दौरे रद्द होने से भाजपा में थोड़ी निराशा साफ देखने को मिल रहा है। दावेदारों में कशमकश का असर भरोसे की यात्रा पर भी दिखाई देने वाली है।