छत्तीसगढ़ में शिक्षक हड़ताल पर मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का बड़ा बयान



कोरबा। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमसाय टेकाम का आज कटघोरा आगमन हुआ। जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रेमसाय सिंह टेकाम ने हड़ताल को लेकर कहा कि ”प्रदेश में सरकारी कर्मचारी अधिकारियों के साथ शिक्षक भी हड़ताल पर बैठे हैं। शिक्षकों को हड़ताल पर नहीं जाना था, जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। दो वर्ष कोरोना काल की वजह से स्कूल बंद रहे लेकिन अब शिक्षकों की हड़ताल से स्कूल बंद हैं। जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान निश्चित ही हो रहा है।”

टेकाम के मुताबिक ”कोरोना काल में सरकार ने बाकी राज्यों में 30 प्रतिशत की कटौती की थी। लेकिन छत्तीसगढ़ में किसी प्रकार की कोई कटौती नही की गई थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डीए में 6 प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा की है। लेकिन मुख्यमंत्री ने ये कभी नहीं कहा कि उनकी मांग पूरी नही की जाएगी। हड़ताल पर जाना कोई उचित निर्णय नहीं है। सीएम इस पर मिलकर बातचीत कर हल निकालने की बात कही है, एक साथ इस पर निर्णय नहीं लिया जा सकता।”

स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने बताया कि ”छत्तीसगढ़ के स्कूलों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था कायम करने के बाद प्रदेश सरकार शाला भवनों की मरम्मत करवाने में जुट गई है। सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश के स्कूलों में मरम्मत और रखरखाव के लिए 500 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को ‘सभी शालाओं में निर्विघ्न पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए वर्षा ऋतु समाप्त होते ही शाला भवनों की मरम्मत का कार्य तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। लंबे समय से शाला भवनों की मरम्मत के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान ना होने से मरम्मत का कार्य नहीं हो सका था। इससे छात्रों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही थी। मुख्यमंत्री बघेल ने मुख्य सचिव को आगामी शालेय सत्र जून 2023 आरंभ होने के पूर्व शालाओं की मरम्मत एवं रखरखाव हेतु कम से कम 500 करोड़ रूपये का प्रावधान किए जाने निर्देशित किया है।” टेकाम के साथ इस दौरान पाली तानाखार विधायक और मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मोहितराम केरकेट्टा, राज्य श्रम कल्याण आयोग सदस्य नरेश देवांगन भी मौजूद थे।