रायपुर. छत्तीसगढ़ में शराब घोटालें को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश भर में महाधरना कर रही है। अलग अलग जिलों में आज भाजपा ने धरना दिया। रायपुर में भारतीय जनता पार्टी का महाधरना बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के नेतृत्व में हुआ। प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर शामिल, बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता, महिला मोर्चा शामिल हुए।
गरियाबंद में भी भाजपाइयों ने शराब घोटाले को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ गांधी मैदान में धरना प्रर्दशन किया। भाजपाइयों ने शराब घोटाले की रकम कांग्रेसी व सरकार के करीबी के जेब में जाने का आरोप लगाया, प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने यह भी कहा की इससे प्रदेश का बड़ा नुकसान हुआ है, शराब बंदी पर भी भाजपाई कांग्रेस सरकार की खिंचाई करते नजर आए। इस प्रदर्शन में जिले भर से सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे हुए थे।
राजनांदगांव में शहर के महावीर चौक में भाजपा ने जिला स्तरीय महाधरना प्रदर्शन का आयोजन किया। प्रदर्शन में भाजपा के पदाधिकारी कार्यकर्ता और प्रदेश के पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह शामिल हुए ,डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की भाजपा पहले से प्रदेश में क्रमिक शराब बंदी की पक्षधर है और आज भी है कहा कि, प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने 60 हजार मेट्रिक टन चावल की अफरा तफरी प्रदेश के दुकानों में हुई है।जिसको प्रमाण सहित विधानसभा में भी कहा था आज चार सदस्यीय टीम केंद्र की जाँच के लिए आई हुई है और दुकानों में जाकर देख रही है प्रदेश में केंद्र सरकार की 5 हजार करोड़ रूपये का चावल घोटाला हुआ है, शराब को लेकर कहा कि भूपेश बघेल डेढ़ गुना शराब की प्रदेश में बिक्री हुई है। इस मामले में कहा की शराब में 30 से 40 प्रतिशत की वृद्धि हो गई अब शराब दुकान में जाकर पूझिये शराब पिने वालो से पूछिए 40 प्रतिशत शराब की कीमतों में वृद्धि हुई है बिक्री कम हुई है। प्रदेश में बिक्री का प्रतिशत वर्ष भर घटाता जा रहा है और शराब की कीमतों में हर साल वृद्धि हो रही है इसीलिए 40 प्रतिशत शराब की दर बढ़ाने से राजस्व थोड़ा बहुत बढ़ा है। लेकिन, 30 प्रतिशत शराब की बिक्री प्रदेश में कम हुई है। इसका जवाब सीएम को देना चाहिए।
धमतरी जिले में धरना में अच्चानक बंदर आ पहुंचे। राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा ने महा धरना का आयोजन किया था। शहर के गांधी मैदान में पूर्व सांसद चंद्रशेखर साहू के भाषण के बीच अचानक बंदर आ गए। बंदर के आते ही भाजपाइयों ने जय बजरंगबली के नारे लगाए। बंदरों के आने से अचानक धरना का विषय बदल गया।