रायपुर। पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने विश्व पर्यटन दिवस पर प्रदेश व देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के विश्व पर्यटन दिवस का विषय पर्यटन और ग्रामीण विकास है। छत्तीसगढ़ में पर्यटन के विकास के लिए यह विषय बहुत उपयुक्त है क्योंकि हमारे अधिकांश पर्यटक स्थल ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित है।
कोरोना महामारी के दौर में भी छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास कार्यों का क्रियान्वयन योजनाबद्ध तरीके से निरंतर किया जा रहा है।राज्य में पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयां देने के लिए हमारी पूरी टीम प्रतिबद्ध है। इस महामारी की स्थिति में छत्तीसगढ़ ने सबसे आदर्श गंतव्य स्थल के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
कोरोना संक्रमण काल ले बाद पर्यटन उद्योग की नई नीतियों व योजनाओं के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के वैश्विक संकट के इस दौर में केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व की अर्थ व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। किसी भी राज्य के आर्थिक विकास में पर्यटन की विशेष भूमिका होती है और वर्तमान दौर में पर्यटन उद्योग आर्थिक रूप से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
भारतीय पर्यटन उद्योग की वापसी की काफी संभावना है।स्थितियाँ जैसे जैसे बेहतर होगी अब सुरक्षा उपायों के साथ लोग पहले से ज्यादा तादाद में घरों से बाहर निकलेंगे। लोग लंबी ट्रिप की बजाय तीन-चार दिनों के दौरे पर निकलेंगे. हर साल देश के लाखों पर्यटक विदेशों की सैर पर जाते हैं। ऐसे लोग सुरक्षा के लिहाज से अब घरेलू दौरों पर ही ज्यादा जाएंगे।
अब इस उद्योग की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। अब होटल प्रबंधन और पर्यटक किसी चीज के सीधे स्पर्श से बचेंगे और साफ-सफाई को सबसे प्राथमिकता दी जाएगी। रूम सर्विस के दौरान कागज के प्लेट और पत्तलों में भोजन की व्यवस्था को लोग प्राथमिकता देंगे। इस प्रकार के अन्य बदलाव निकट भविष्य में पर्यटन उद्योग में देखने को मिलेंगे और यह उद्योग बहुत जल्द ही वापस पटरी पर आ जाएगी।