रायपुर. भाजपा ने आज रविवार को प्रेस कांफ्रेंस ली। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कॉन्फ्रेंस लिया। भाजपा जिला कार्यालय एकात्म परिसर में बीजेपी ने भ्र्ष्टाचार मुद्दे पर प्रेस वार्ता लिया।
प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा- ईडी ने जो गिरफ्तारी की उन्हें कोर्ट से जमानत नही मिली हैं। जो गिरफ्तारी हुई है उसमें राजनीतिक दल का पदाधिकारी नही है। ईडी ने राज्य सरकार को पत्र लिखा हैं। पत्र में बताया हैं कि, ये तथ्य इन अधिकारियों के खिलाफ आये हैं। ईडी ने राज्य सरकार को विस्तार से लिखा और आग्रह किया है कि उन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करे। भुपेश बघेल भरोसे की बात करते हैं। लेकिन, राज्य सरकार ने ही भरोसे का कत्ल भी किया। छत्तीसगढ़ में विकास के सारे कार्य अवरुद्ध है। इसकी जिम्मेदार राज्य सरकार है, और इसी लिए ईडी की कार्यवाही हो रही है।
अरुण साव ने ये भी कहा- आज भी CMO के वेबसाइट में उपसचिव के रूप में सौम्या चौरसिया का नाम मौजूद हैं। वास्तव में सौम्या चौरसिया को निलंबित किया गया है कि नही? किया है। तो फिर नाम क्यों हैं? ईडी ने पत्र लिख कर राज्य सरकार से आग्रह किया है कि, कार्यवाही करें। सरकार को स्प्ष्ट करना चाहिये कि वो कार्रवाई कब कर रहे है? राज्य सरकार आरोप लगाते है कि ये कार्रवाई गलत हैं। लेकिन, अब तक राजनीतिक नेताओ पर ईडी की कार्यवाही कम हुई है। ईडी ने UPA के कार्यकाल, में 5000 करोड़ जप्त किये। NDA के शासन में 1 लाख 10 हजार करोड़ की जप्ती ईडी ने बनाई है। इसमें 2.98 % राजनीति से जुड़े हुए हैं।
आकड़ो से स्प्ष्ट है कि ईडी की कार्रवाई राजनीतिक आधार नही है। सीएम बघेल के ईडी वाले बयान पर प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का पलटवार किया और कहा ईडी को जो तथ्य मिल रहे हैं। उस आधार पर कार्यवाही कर रहे हैं। ये कार्यवाही तकनीकी होती है। इसलिए ये स्प्ष्ट है कि ईडी हड़बड़ी में कोई कार्यवाई नही कर रही हैं। ईडी ने जो पत्र लिखा है मुख्यमंत्री बताए की कब कार्यवाही कर रहे हैं? ईडी द्वारा मारने पीटने वाली बात पर अरुण साव ने कहा- प्रश्न ये हैं कि राज्य सरकार भ्र्ष्टाचार के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है? पहले ये स्प्ष्ट करे। ईडी को जांच में जो तथ्य मिले थे। उसी आधार पर कार्रवाई हुई है।