रासुका को लेकर प्रदेश भर में कलह, भाजपाइयों ने सड़को पर उतर कर किया विरोध

Chhattisgarh News: प्रदेश में हो रहे अवैध धर्मांतरण और उसका विरोध करने वाले पर रासुका लगाने के खिलाफ भाजपा का एकदिवसीय धरना प्रदर्शन पूरे प्रदेश में देखा गया। रायपुर, कोंडागांव, सूरजपुर में प्रदर्शन हुआ।

पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा सहित भाजपा नेताओं ने पिछले दिनों हुए बस्तर के नारायणपुर जिले में आदिवासियों के धर्मांतरण और विरोध करने वालो के साथ बर्बरतापूर्ण मारपीट की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। सूरजपुर में राम सेवक पैकरा ने आरोप लगाया कि सरकार धर्मांतरण करने वालों को संरक्षण दे रही है। सरकार द्वारा जनजातीय समाज को भय भीत करने के लिए प्रदेश के 31 जिलों में रासुका कानून लगा दिया गया है जिससे अवैध धर्मांतरण का विरोध करने वाले आवाज न उठा सके लेकिन भाजपा अवैध धर्मातरण और रासुका के दुरूपयोग को लेकर चुप नहीं बैठेगी। पैकरा ने सरकार पर आरोप लगाया की धर्मांतरण का विरोध करने वालों पर सरकार साजिश के तहत मामला दर्ज करवाती है। कांग्रेस की 4 साल के सरकार में सिर्फ भ्रष्टाचार अत्याचार शोषण बलात्कार इसके सिवा और कुछ नहीं हुआ है। धर्मांतरण पर काबू नहीं कर पा रही है, इसलिए इस कुर्सी पर इसे बैठने का अधिकार नहीं है। ईसाई धर्म पुलिस पर पथराव करता है। पुलिस को चोट आती है अगर कांग्रेस सरकार में दम नहीं है। धर्मांतरण को रोकने का तो आदिवासी वर्ग खुद जनता की निगरानी और समाज को बचाने का काम करेगी।

कोंडागांव के जय स्तम्भ चैक पर पूर्व मंत्री के द्वार कश्यप् और लता उसेंडी के नेतृत्व में सैकड़ो भाजपा कार्यकर्ता ने धरना दिया। धरने के बाद राजयपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। पूर्व मंत्री केदार कष्यप और लता उसेंडी का कहना था कांग्रेस सरकार के चार साल में कार्यकाल में जमकर हो रहा आदिवासी समुदाय का धर्मान्तरण तो सरकार मुक दर्शक बनी है। अगर सरकार ऐसे मामलों को गंभीरता से लती तो आज जगह-जगह हा रहे विरोध धरने और लोगों के आक्रोश का सामना नहीं करना पड़ता ये सब सरकार के संरक्षण में हो रहा है। जिसका भाजपा पुरजोर विरोध करती है।

वही राजधानी रायपुर में बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव, श्रीचंद सुंदरानी और सच्चिदानंद उपासने की अगुवाई में रायपुर धरना स्थल बुढा तालाब में धरना प्रदर्शन हुआ।