रायपुर. छत्तीसगढ़ में स्थानीय बनाम बाहरी कुलपति का मुद्दा गर्माया हैं। कांग्रेस ने पं. रविवि में बाहरी कुलपति का विरोध किया है। राज्यपाल अनुसुईया उइके पर संघ का एजेंडा चलाने का आरोप भी लगाया है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आंनद शुक्ला ने कहा राज्यपाल उइके ने जाते-जाते छत्तीसगढ़ के साथ छल किया है। स्थानीय प्रतिभाओं को दरकिनार किया है। भाजपा ऐसी नियुक्तियों को देती रही हैं। छत्तीसगढ़िया विरोधी चेहरा सामने आया है। राज्यपाल ने बैक डेट पर नियुक्ति आदेश जारी किया है। बता दे कि हाल ही में पं. रविवि में अवध निवासी प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला को कुलपति नियुक्त किया गया है।
बता दे कि, राज्यपाल सह कुलाधिपति उईके ने रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति की। सच्चिदानंद शुक्ला डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के डिपार्टमेन्ट ऑफ फिजिक्स इलेक्ट्राॅनिक्स के प्रोफेसर हैं। पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति डॉ. केशरी लाल वर्मा का एक अप्रैल को कार्यकाल पूरा हो रहा है। बता दे कि बाहरी व्यक्ति को कुलपति बनाने से एक बार फिर विवाद बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही थी। क्योंकि बाहर से कुलपति की नियुक्ति को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। फिलहाल ये नियुक्ति राज्यपाल अनुसूइया उइके की के कार्यकाल में हुई है, इसलिए कांग्रेस आरोप लगा रही है। और नए राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन से न्याय की उम्मीद कर रही है।
शुक्ला ने अपने बयान में कहा कि – एक बार फिर छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय हुआ हैं। छत्तीसगढ़ की प्रतिभा के साथ अन्याय हुआ है। भाजपा के दबाव में कही न कही यह नियुक्ति की गयी है। संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला आरोप लगाते हुए कहा कि, ट्रांसफर के बाद बैक डेट मे यह आदेश निकाला गया, आने वाले राज्यपाल से निवेदन करते है यह नियुक्ति तत्काल रद्द कर दिया जाए और स्थानीय व्यक्ति को कुलपति बनाया जाए।