Investors Took Out Padyatra: चिटफंड कंपनी में डूबे पैसों को वापस पाने निवेशक अब सड़को पर उतर आए हैं। नया रायपुर धरना स्थल में बड़ी संख्या में निवेशक इकठ्टे होकर एक दिवसीय प्रदर्शन किए। इसमे शामिल होने पूरे प्रदेश भर से निवेशक औऱ चिटफंड कंपनी के एजेंट पहुँचे हुए हैं। छतीसगढ़ अभिकर्ता एवं निवेशक कल्याण संघ के बैनर तले ये प्रदर्शन किया जा रहा है।
निवेशकों की एक मात्र मांग की की उनके डूबे हुए पैसे सरकार वापस लौटाए और आरोप है कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे पर आज 4 साल बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नही हुई। इसलिए निवेशकों में आक्रोश हैं। बता दें आज हड़ताल में कई ऐसे निवेशक भी शामिल थे जिनके 10-20 लाख रुपये तक डूबे हुए हैं। इसमे बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी। जिन्होंने बैनर पोस्टर के जरिये विरोध प्रदर्शन किया।
वही आपको ये बता दें कि, अभी तक चिटफंड कंपनी के लाखों निवेशकों को उनके डूबे पैसे वापस नही मिले हैं। औऱ इसी क्रम में निवेशक अभिकर्ता पिछले 28 दिनों से पदयात्रा कर राजधानी रायपुर पँहुचे। रायगढ़ के कोसमनारा से बड़ी संख्या में चिटफंड के निवेशक पदयात्रा कर रहे हैं थे औऱ आज मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने पहुँचे। मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौपने निकले थे। जिन्हें विधानसभा के पास पुलिस ने रोका।
संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण चंद्राकर ने बताया कि उनके 10 लाख रुपये डूबे हुए हैं और ऐसे ही पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश से कई लोग हैं जिनके लाखों रुपये डूब गए। 7 साल हो गया उनके पैसे वापस नही मिले। अभी बजट पेश होने तक इंतज़ार करेंगे नही तो अगली बार इस सरकार को वोट नही देंगे।
लक्ष्मी नारायण चंद्राकर ने ये भी बताया कि बीते दिनों सरकार ने जो पैसा चिटफंड कंपनी में डूबे हुए लोगो के लौटाए थे वो केवल किसी एक कंपनी के थे। अभी लाखों लोगों को पैसे नही मिले हैं।