रायपुर. मध्याहन भोजन रसोईया महासंघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले हजारों महिलाओं ने सरकार के खिलाफ हल्लाबोल कर दिया है। मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर रसोईया महासंघ की महिलाएं आज विधानसभा घेराव करेंगी। नवा रायपुर के तूता स्थित धरना स्थल में प्रदेशभर से हजारों की सँख्या में आंदोलनकारी महिलाएं एकत्रित हो गई है। बता दे कि रसोईया महासंघ की महिलाएं बीते 3 दिनों से महासमुंद से पैदल मार्च कर आज रायपुर पहुँची है। बता दें कि रसोइया संघ लंबे समय से समान काम, समान वेतनमान, कार्य घंटा निर्धारित आदि की मांग कर रहे है।
वही मध्यान्ह भोजन रसोईया संघ हाई कोर्ट के आदेशानुसार कलेक्टर दर पर मानदेय बढ़ाने कि मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। संघ के प्रवक्ताओं ने बताया कि चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में मध्यान्ह भोजन रसोइयों को कलेक्टर दर से मानदेय देने सहित कई अन्य वादे किए थे, परंतु इतना समय बीत जाने के बाद भी ये वादें पूरे नहीं किए गए हैं। और इसी वजह से हड़ताल जैसा कदम उठाने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने आगे बताया कि मध्यान भोजन पकाने वह बच्चों को खिलाने के लिए हम राशियों को नियुक्त किया गया है इन कामों में पूरा दिन निकल जाता है।
रसोईया का कार्य पूर्ण कालीन छह घंटे का होने के बावजूद न तो शासकीय नियमित कर्मचारी माना जाता है और ना ही न्यूनतम वेतन मिलता है।फिलहाल रसोइयों का मानदेय 15 सौ रुपये दिया जा रहा है। शासन द्वारा भोजन पकाने की कार्य को महज डेढ़ घंटे का माना जा रहा है जबकि इतने समय में तो पानी भी गरम नहीं हो पाता है रसोइया संघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से निवेदन किया है कि रसोइयों को प्रतिमाह 9180 रुपये मानदेय दिया जाए।
मध्याहन भोजन रसोईया महासंघ का विशाल प्रदर्शन देखा जा रहा है। रसोईया सहायिका अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदेशभर में लगभग 87 हजार रसोईया संघ कि महिलाए अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन कर रही है। नया रायपुर तूता स्थित धरना स्थल पर ये प्रदर्शन चल रहा है।उसके बाद विधानसभा घेराव के लिए आंदोलनकारी महिलाएं निकली जिसे बेरिकेड्स लगाकर रोका गया