Big Breaking/Exclusive: छत्तीसगढ़ के राजधानी स्थित साइंस कॉलेज मैदान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित आभार सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे थे। सीएम ने कई बड़े घोषणाएं भी किए हैं। आंगनबाड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा आयोजित आभार सम्मेलन को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संबोधित करते हुए बड़े पैमाने पर 500 भवन निर्माण की घोषणा की हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा-
हमारी बहनें जहां भी मिलती थीं कहती थीं कि, एक कार्यक्रम कराइए। हम सब आपको धन्यवाद देना चाहते हैं। आज साइंस कालेज मैदान में हजारों की तादाद में आई हैं। मैं आज आपका आभार व्यक्त करता हूं। आप इतनी अधिक संख्या में आई हैं। उसके लिए मैं आपका आभारी हूं।
आपने बिना कोई संकोच के जिन परिस्थितियों में काम किया हैं। उसके लिए मैं आपका अभिनंदन करता हूं।
आपने सरकार के प्रति जो आभार प्रकट किया, ये आभार हमारा नहीं बल्कि मैं आप सभी को पौने तीन करोड़ जनता की ओर से मितानित और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं।
आपका काम मानवता की सेवा है और इससे बड़ा कोई धर्म नहीं है।
पूरे देश में अकेला छत्तीसगढ़ हैं। जहां सरकार ने निर्णय लिया कि, मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हाथ में कोरोना किट में पहुंचाया।
आठ दिन के भीतर ही कोरोना नियंत्रित होना शुरू हो गया हैं।
कोरोना काल में ऐसा कोई वर्ग नहीं हैं। जिससे मैने बात नहीं की हैं। आप लोगों ने साहस व धैर्य के साथ जो काम किया हैं। उसके लिए मैं आपको बधाई देता हूं।
हमारी बहनों की वजह से कुपोषण 37 फीसदी से घटकर 31 फीसदी हो गया हैं।
प्रारंक्षिक शिक्षा और प्रारंभिक स्वास्थ्य एक बड़ी चुनौती है जिसमें आप बहनों के सहयोग की अपेक्षा होगी।
जिस प्रकार से कुपोषण के खिलाफ आपने लड़ाई लड़ी उसी प्रकार से हमने मलेरिया के खिलाफ संघर्ष किया हैं।
छत्तीसगढ़ में कभी लिंग भेद नहीं रहा और केरल के बाद हमारा प्रदेश दूसरे स्थान पर हैं।
यहां कभी भी बेटियों को बोझ नहीं समझा गया हैं। आज महिलाएं घर की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में लगी हुयी हैं।
हमने शासकीय कर्मियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागू किया हैं। श्रमिकों को भी 7000 सालाना देने की शुरूआत की हैं।
बेरोजगार साथियों को हम 2500 रूपए प्रतिमाह दे रहे हैं। मई दिवस पर हमने श्रमिकों के लिए बड़े फैसले लिए हैं।
श्रमिक, शासकीय कर्मचारी, किसान व बहनों के सम्मान में हमने कोई कसर नहीं छोड़ा हैं।
5000 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण किया जाएगा।
पूरे प्रदेश में 14 नवंबर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका का सम्मान किया जाएगा।
सक्षम योजना के अंतर्गत 1 लाख वार्षिक आय की सीमा को बढ़ाकर दो लाख किया जाएगा।
महिला स्व सहायता समूह को अधिकतम 4 लाख ऋण की सीमा को बढ़ाकर 6 लाख रूपए किया जाएगा।
हमने लक्ष्य रखा था कि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को कलेक्टर दर मिले एवं मितानिन बहनों को ज्यादा परिश्रमिक मिले।
आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाकर 10 हजार रुपए एवं मितानिन बहनों को 22 सौ रुपए देने की घोषणा की गई हैं।
जो काम हमारी मितानिन बहनें करती हैं, मुझे गर्व है मुझे बेहद खुशी एवं गर्व है कि ऐसे वर्ग के साथ मुझे काम करने का मौका मिला।
मितानिन बहनों के बिना स्वास्थ्य विभाग कार्य नहीं कर सकता।
आपके मजबूत कंधों के सहारे स्वास्थ्य विभाग छत्तीसगढ़ दूरस्थ क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं देने में सक्षम हो सकेगा।
24 घंटे आपकी उपस्थिति आपके क्षेत्र में रहती हैं। 24 घंटे हमारी बहनें छत्तीसगढ़ के लोगों की सेवा करती हैं।
हमारे भविष्य, हमारे बच्चों की देख-रेख हमारी आंगनबाड़ी की बहनें करती हैं।