CG विधानसभा 2023: राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा जारी, नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा- सरकार ने 7 हजार घोषणाएं कर दी हैं, इन पर अमल कैसे होगा? आज किसान दुखी है, एक किसान के बेटे से…

रायपुर. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा जारी है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा- जब छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ तब लोगों ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का बहुमत है। राज्य बनने पर सरकार कांग्रेस की बनेगी। प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने कहा- मैं सरकार बनाने के लिए नहीं राज्य की जनता के हित के लिए ये कर रहा हूँ। झूठ की इमारत पर राज्य सरकार टिकी है. सरकार ने हर वर्ग को ठगा है. समाज का कोई वर्ग सरकार से खुश नहीं है. सरकार की नीति और नियत अलग है। प्रशासन का राजनीतीकरण और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है। जनादेश मिला है तो उसका सम्मान करना चाहिए। जब से सरकार आई है लोकतंत्र की हत्या हो रही है। 22 मार्च 2022 को पंचायत मंत्री ने इसी सदन में चार अधिकारियों के निलंबन की घोषणा की गई थी लेकिन निलंबन नहीं किया गया। विधायिका का इतना बड़ा अपमान पहले कभी नहीं हुआ।प्रदेश में विधानसभा प्रजातंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है। कलेक्टर विधायकों के पत्र का जवाब तक नहीं देते। लोकतंत्र में निर्वाचित व्यक्ति सबसे बड़ा होता है. सरकार को आसंदी से ये निर्देश होना चाहिए कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जाये। सरकार ने दनादन घोषणा कर दी। मैंने देखा कि सात हज़ार घोषणा कर दी. इन घोषणाओं पर अमल कैसे होगा? आज किसान दुखी है, एक किसान के बेटे से। आज की सहकारी बैंक में किसान सुबह से जाकर बैठा रहता है रात हो जाती है। किसानों के साथ दुर्व्यवहार होता है। बिचौलियों का भुगतान पहले होता है। धान ख़रीदी का जितना टारगेट होता है, उतना ही उत्पादन होता है। ये मुख्यमंत्री को कैसे पता चलता है कि इतना ही धान होगा। राज्य में ये पहली बार हो रहा है जब गिरदावली में किसान का खेत ग़ायब हो जाता है।

कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने चुनौती देकर कहा कि एक किसान का भी उदाहरण दीजिए कि किसान का खेत ग़ायब हो गया।

नारायण चंदेल ने कहा- एक नहीं ऐसे कई उदाहरण मैं दे दूँगा। ये घटना पहली बार है कि किसान का खेत ग़ायब हो जा रहा है और किसान पूछता है कि खेत ग़ायब होने की रिपोर्ट कहाँ करूँ? प्रधानमंत्री आवास को लेकर बीजेपी का पूरे प्रदेश में आंदोलन चल रहा है। दुर्भाग्य है इस प्रदेश का कि छोटे छोटे राज्य प्रधानमंत्री आवास में हमसे आगे हो गये। जब तक राज्य का जल, जंगल और ज़मीन नहीं बचाएँगे छत्तीसगढ़ आगे नहीं बढ़ सकता। तेलंगाना और उड़ीसा जैसे राज्य जल जीवन मिशन को पूरा करने की स्थिति में है। छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं हो पा रहा। यह आम लोगों की आवश्यकता से जुड़ा मुद्दा है। कवर्धा में स्थिति ख़राब है. आदिवासी समाज धरने पर है।छत्तीसगढ़ में क्यों ला एंड ऑर्डर की ऐसी स्थिति बन रही है।

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि- गोंडवाना पार्टी और आदिवासी समाज दोनों अपना अपना झंडा लगाना चाहते थे. ला एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ने जैसा कुछ नहीं है. स्थिति को कंट्रोल करने हमारे एसपी का हाथ फ़्रैक्चर हो गया. कई पुलिस कर्मी घायल हुए हैं.

नारायण चंदेल ने कहा- ऐसी घटनाओं को रोका जाना चाहिए. छत्तीसगढ़ की तासीर शांत है. लेकिन ऐसी घटनाओं की लपटे दूसरे ज़िलों में पहुँचने से रोका जाना चाहिए. गौठान सरकार का फ़्लैगशिप प्रोजेक्ट है लेकिन इसकी दुर्दशा ऐसी कि ना तो बिजली पानी है ना गायों के लिये चारा. गौ माता की मौत हो रही है। छत्तीसगढ़ के अधिकांश गाँवों की स्थिति ये है कि वहाँ विकास पहुँच नहीं पाया।

नारायण चंदेल- सरकार की ग़लत नीतियों के चलते पाँच हज़ार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। जब से ये सरकार बनी है, सारी नियुक्तियाँ बंद है. युवा हताश और निराश हैं। बेरोज़गार युवा फाँसी के फंदे पर झूलने पर मजबूर है। राजस्व के मामलों पर मुख्यमंत्री ने ख़ुद चिंता व्यक्त की थी. चाहे तहसीलदार हो, नायब तहसीलदार हो या दूसरे कर्मचारी, लोग कहते हैं कि जो काम दो चार हज़ार में हो जाता था आज उस पर पच्चीस हज़ार रुपये तक लग रहे हैं। सरकार का ख़ज़ाना ख़ाली है. वित्तीय प्रबंधन नहीं है. अनुकंपा नियुक्ति की माँग कर रही महिलाएँ तीन महीने से अपनी माँगों को लेकर आंदोलन पर हैं। सरकार के किसी मंत्री विधायक ने मिलने का वक़्त नहीं दिया। चार लाख से ज़्यादा कर्मचारी हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. स्कूलों के हालात बदतर हैं। क़ानून की स्थिति बद से बदतर है. पूरा छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ बन गया है. अपराध के मामले में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में आ गया है। डीएमएफ़ का दुरुपयोग हो रहा है। डीएमएफ़ का बंदरबाँट चल रहा है।एक करोड़ के स्कूल में चार करोड़ का मरम्मत हो गया।

नारायण चंदेल- मंत्रिमंडल में टीम वर्क की कमी दिखाई देती है. एक मंत्री कलेक्टर पर आरोप लगाता है. तब यह संवैधानिक संकट की स्थिति है. एसपी कार्यालय के सामने विधायक एसपी के ख़िलाफ़ धरने पर बैठता है तो यह संवैधानिक संकट की स्थिति है.

नारायण चंदेल- वन विभाग में कैम्पा फंड का जमकर दुरुपयोग हो रहा है. सरकार के संरक्षण में माफिया वनों की अवैध कटाई हो रही है. जंगल कट रहे हैं तो जानवर शहर की ओर आ रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में राजकीय गीत का अपमान हुआ. जब अधिवेशन में राजकीय गीत बजा तब कोई राष्ट्रीय नेता खड़े नहीं हुआ. ये छत्तीसगढ़ का अपमान है।