रायपुर. देश भर में बजरंग दल को बैन करने की मांग हो रही है। कांग्रेस ने इसकी शुरुआत कर्नाटक से की है।कर्नाटक में जारी कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बजरंग दल को बैन करने की बात कही गई है साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने इसको बजरंग बली से जोड़ा है इस पर छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल का बयान भी सामने आया है। सीएम ने सीधे मोदी को टारगेट करते हुए कहा कि – मोदीजी फेंकने में बहुत माहिर है। जो चीज पाकिस्तान का यह उसको भारत का बता देते हैं। बैन लगाने की बात बजरंग दल को कहा गया है। बजरंग बली को नहीं कहा गया है। बजरंगबली के नाम से आप गुंडागर्दी कर रहे हो। बजरंग नाम जोड़ कर यह उचित नहीं है।
अयोध्या के राम मंदिर का ताला खुलवाने का काम राजीव गांधी ने किया था। कितना झूठ बोलेंगे प्रधानमंत्री के रूप में? प्रधानमंत्री इतना झूठ बोलते हैं कि लोग उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहे। इसमें भी झूठ बोल गए। छत्तीसगढ़ में कम गुंडागर्दी कर रहे हैं हम सब देख रहे हैं।
क्या छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल को बैन किया जाएगा इस सवाल पर CM भूपेश बघेल ने कहा
यहां के बजरंगीयो गड़बड़ की तो ठीक भी कर दिए हैं हम लोग। जरूरत पड़ेगी तो यहां भी सोचेंगे।
कर्नाटक में कांग्रेस कर रही बजरंग दल को बैन करने की मांग
कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में सत्ता में आने पर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है। इसी के चलते बजरंग दल के नेताओं ने अपने घरों के बाहर कांग्रेस के लिए चेतावनी भरे पोस्टर लगाए हैं। इस तरह के पोस्टर चिकमंगलुरु जिले के कई घरों में देखे गए, जिनके भवन के ऊपर बजरंग दल का झंडा लगा हुआ था। पोस्टर में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी गई थी कि वे 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए वोट मांगने के लिए इन घरों में एंट्री न करें।
पोस्टर पर लिखा है, “यह बजरंग दल के कार्यकर्ता का घर है। कोई भी कांग्रेसी वोट मांगने के लिए अंदर न आए। इसके बावजूद अगर आप घुसने की कोशिश करेंगे तो कुत्तों को बाहर निकाल दिया जाएगा।” अपने चुनावी घोषणापत्र में कांग्रेस ने कहा था कि पार्टी सत्ता में आने के बाद बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेगी।