गुणवत्तापूर्ण षिक्षा से खुलते हैं विकास के रास्ते-कलेक्टर
अम्बिकापुर
प्रायः वन एवं वनवासी बाहुल्य क्षेत्रों में कोयला खानों का संचालन होता हैं। ऐसे क्षेत्रों के बच्चे गुणवतापूर्ण षिक्षा के अभाव के कारण मजदूर, प्लंबर, क्लिनर, ड्राईवर, आदि छोटे-मोटे व्यवासयों में लग जाते है। यदि ऐसे क्षेत्रों के बच्चों को गुणवतापूर्ण स्कूली एवं तकनीकी षिक्षा प्राप्त होगी तो निष्चित रूप से वे भी आगे चलकर महत्वपूर्ण पदों पर चयनित होकर सामाजिक एवं प्रषासनिक दायित्वों का उत्कृष्तापूर्वक निवर्हन कर सकेंगे। षिक्षा के साथ स्वास्थ्य पर भी विषेष ध्यान देना जरूरी है। बच्चों एवं महिलाओं का टीकाकरण, बेहतर पोषण एवं स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिलना आवष्यक है।
गुणवत्तापूर्ण षिक्षा एवं अच्छे स्वास्थ्य से ही विकास के रास्ते खुलते है। कलेक्टर ऋतु सैन ने उक्त विचार अदानी विद्या मंदिर के षिलान्यास अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ ही साथ उनके अभिभावकों को भी साक्षरता कक्षाओं के माध्यम से षिक्षा प्राप्त करनी चाहिए, ताकि बच्चों को विद्यालय के साथ ही साथ घर पर भी उपयुक्त शैक्षिक वातावरण प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि कुछ बच्चों में यह देखा गया है कि अंग्रेजी माध्यम और सर्वसुविधा सम्पन्न विद्यालयों में पढ़ने वाले ग्रामीण बच्चे विद्यालयीन आवष्यकता के अनुरूप उपयुक्त वातावरण प्राप्त नहीं होने पर अपनी पढ़ाई का स्तर अच्छा नहीं रख पाते। अतएव आवष्यक है कि उन्हें विद्यालय के साथ ही साथ घर भी उपयुक्त शैक्षणिक वातावरण प्राप्त हो। उन्होंने षिक्षा अधिकारियों से कहा कि शासकीय विद्यालयों में भी आधारभूत शैक्षणिक सुविधाएं तथा सभी विषयों के षिक्षकीय अमले उपलब्ध हों, ताकि इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण षिक्षा उपलब्ध हो सके। उन्होंने खान प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं के कौषल उन्नयन पर भी विषेष ध्यान देने के निर्देष दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य भोजवंती सिंह, सरपंच सुनीता सिंह सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि, अनुविभागीय राजस्व अधिकारी आर.एन. सिंह, तहसीलदार श्रीमती शारदा अग्रवाल, जनपद सी.ई.ओ. नानसाय मिंज एवं अदानी के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।