अम्बिकापुर..(उदयपुर/क्रांति रावत)..अडानी द्वारा संचालित परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोल परियोजना में मिट्टी हटाने एवं कोयला निकालने का काम करने वाली कंपनी सिएरा इंफ्रावेंचर प्राइवेट लिमिटेड के 350 वर्करों ने 1 साल पुराने बोनस भुगतान के मुद्दे को लेकर 10 जून से काम बंद कर दिया है. कंपनी के वर्करों ने आरोप लगाया है कि कंपनी द्वारा वर्ष 2019-20 के बोनस का भुगतान मार्च महीने में किए जाने का वादा किया था. देखते देखते 03 महीने बीत गए लेकिन आज तक वर्करों को बोनस का भुगतान नहीं किया गया है.
इस दौरान लॉकडाउन भी पूरे देश में हुआ. उसका भी बहाना कंपनी के लोगों द्वारा बनाया जा रहा है.
लॉकडाउन के दौरान सारे देश में अधिकतर उद्योग धंधे बंद होने के कगार पर थे.. या बंद हो गए थे, ऐसी स्थिति में भी राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड को प्राप्त कोल परियोजना परसा ईस्ट एवं केते बासेन जिसका संचालन अदानी कंपनी कर रही है. वहां पर लॉकडाउन के दौरान भी खदान पूरी क्षमता के साथ कोल खनन एवं परिवहन में लगी रही.
जिस कर्मचारी के दम पर कोल उत्खनन एवं परिवहन के लक्ष्य को कंपनी अनवरत रूप से हासिल कर रही है.. और निरंतर आगे बढ़ रही है उस कंपनी के वर्कर आज बोनस के लिए विवश होकर हड़ताल करने को मजबूर हैं. परंतु ना तो इनकी सुध लेने वाला अदानी कंपनी है..और ना ही राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड.
वर्करों का दोष सिर्फ इतना है कि इन्होंने पूरी शिद्दत के साथ जी जान लगाकर कम्पनी को अपना समझकर इसके आगे बढ़ने में पिछले 3 साल से अपना सब कुछ झोंक दिया है. जब मजदूरों की बात नहीं सुनी गई तब इन लोगों ने हमारा हक यहाँ पर रख की तर्ज पर जब तक बोनस का पैसा खाते में नहीं आएगा. तब तक काम पर जाने से साफ इनकार कर दिया है.
कम्पनी द्वारा नोटिस बोर्ड में चस्पा किये गए नोटिस क्रमांक 02 में लेख किया गया है.. कि आप जानबूझकर कार्य बाधित करना चाहते है.. और आप काम करने को इच्छुक नही है. सब लोग काम पर जाएं अन्यथा काम नही वेतन नही के आधार पर श्रम कानून के तहत कार्यवाही करने की बात कही गयी है.
इस बारे में बात करने पर श्रमिक संदीप यादव ने बताया कि कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों से बोनस भुगतान को लेकर कई बार वार्तालाप हुआ. परंतु इनके द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया गया. कभी 10 तारीख कभी 20 तारीख कभी मार्च महीने तो कभी बोला गया कि वेतन से पहले बोनस आ जायेगा. परंतु आज तक बोनस नहीं मिला है. यहां पर वर्करों का शोषण किया जा रहा है. इस बारे अदानी मैनेजमेंट से लिखित मांगा गया तो उनके अधिकारियों ने कहा आप लोगों की कम्पनी सिएरा है वही लिखित में देगी हम लिखित में नही देंगे.
वर्कर अंकित गुप्ता ने बताया कि साइट पर काम करने के दौरान बुलाया गया तथा आफिस में आने पर नौकरी छोड़कर चले जाने की बात कही गयी. हमारी मांग है हम सभी लोगों का बोनस भुगतान कर दें और काम चालू करा ले. वर्तमान प्रोजेक्ट मैनेजर फिरोज खान पर अपशब्दों के प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए. अंकित गुप्ता ने कहा कि सबसे पहले अपना व्यवहार सुधारे और लोगों से तमीज से बात करें गाली गलौच करके बात करना ठीक नही है.
प्रोजेक्ट मैनेजर मोहम्मद फिरोज खान सिएरा इंफ्रावेंचर प्राइवेट लिमिटेड ने बताया कि वर्कर बोनस की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. रूल के हिसाब से वेतन भुगतान हो गया है. 20 तारीख तक का समय मांगे हैं परंतु यह लोग अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. कंपनी के जाने का अफवाह फैल गया था. जिससे इस तरह की दिक्कत आई है 350 वर्करों को एक साथ यदि निकालेंगे तो कंपनी कहां से चलेगी ऐसी कोई बात नहीं है. श्रम अधिकारी को सात दिवस के भीतर हमें यह बताना है कब हम बोनस का भुगतान इनको किस तारीख को करेंगे. कंपनी के मालिक के पिताजी का निधन होने की वजह से भी कुछ दिक्कतें आई हैं.
श्रम अधिकारी जीडी प्रसाद ने बताया कि सीएरा कंपनी के द्वारा जिस तरह वर्ष 2018-19 का बोनस भुगतान मार्च 2019 महीने में किया गया था. उसी तरह वर्ष 2019-20 का बोनस भुगतान मार्च में किए जाने की बात कही गई थी. परंतु इनका भुगतान कम्पनी ने नही किया है. मैनेजमेंट से बात हुई है 7 दिन का टाइम मांगी है. डेट फिक्स करेंगे फिर सारे वर्करों का बोनस भुगतान हो जाएगा.