Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार मोदी की एक और गारंटी को जल्द पूरा करने वाले हैं। दरअसल, आज यानी 5 फरवरी 2024 को विधानसभा के दूसरे सत्र में अनुपूरक बजट पेश किया गया हैं। जिसमें किसानों के लिए 12000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया हैं। जिसके तहत् किसानों को धान खरीदी की अंतर राशि को भुगतान किया जाएगा। इसके लिए सरकार कृषक उन्नति योजना लागू करने जा रही हैं। paddy bonus
दरअसल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने एक बयान दिया हैं। उन्होंने कहा हैं कि, अनुपूरक बजट सत्र में 12 हज़ार करोड़ रुपए कृषक उन्नति योजना के लिए प्रावधान किया गया हैं। किसानों को बहुत इसका बहुत कृषक उन्नति योजना का लाभ मिलेगा। जानकारी के लिए बता दें कि, पिछली सरकार भी किसान न्याय योजना के तहत् किसानों को धान खरीदी की बकाया राशि का भुगतान करते थे। जिन्हें चार किस्तों में भुगतान होता हैं। उसी तर्ज़ पर वर्तमान सरकार भी कृषक उन्नति योजना नाम से योजना लागू करने वाले हैं। लेकिन, वर्तमान सरकार की मोदी की गारंटी के तहत् बकाया धान की राशि को एकमुश्त देने की बात कहीं जा रही हैं। सीएम साय कई मौके पर किसानों को ये भरोसा दिला चुके हैं कि, 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से एकमुश्त राशि का इंतजार किसानों को ज्यादा नहीं करना होगा। अब अनुपूरक में इस बात का प्रावधान होने के बाद उम्मीद लगाया जा रहा हैं कि, जल्द ही किसानों के खाते में अंतर राशि की भुगतान हो जाएगा। paddy bonus
गौरतलब हैं कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी की गई। किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल के मान से धान की खरीदी की गई हैं। वर्तमान में किसानों को समर्थन मूल्य का भुगतान किया गया हैं। जल्द ही अंतर की राशि का भुगतान किसानों को किया जाएगा। धान खरीदी सीजन में 24 लाख 72 हजार से अधिक किसानों से 144.92 लाख टन धान की खरीदी की गई हैं। इसके एवज में किसानों को 30 हजार 68 करोड़ 81 लाख रूपए का भुगतान किया गया हैं। paddy bonus
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किसानों एवं किसान प्रतिनिधियों की मांग और उनकी परेशानियों को देखते हुए धान खरीदी की अवधि 31 जनवरी से बढ़ाकर 4 फरवरी कर दी थी। ऐसे किसान जो किन्हीं कारणों से 31 जनवरी तक धान नहीं बेच पाए थे, उन किसानों को मुख्यमंत्री के इस संवेदनशील फैसले का लाभ मिला। धान खरीदी के लिए बढ़ाई गई अवधि में 19 हजार से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं। 1 फरवरी से लेकर 4 फरवरी के बीच 2.69 लाख टन धान की खरीदी हुई। paddy bonus
प्रदेश में चालू खरीफ विपणन वर्ष में 130 लाख टन धान का उपार्जन अनुमानित था। धान की रिकॉर्ड खरीदी के चलते अनुमानित उपार्जन का आंकड़ा काफी पीछे छूट गया हैं। इस साल धान बेचने के लिए राज्य के 26.85 लाख किसानों ने अपना पंजीयन कराया था। पंजीकृत धान का रकबा 33.51 लाख हेक्टेयर था। धान खरीदी की व्यवस्था के समानांतर कस्टम मिलिंग का काम भी तेजी से जारी हैं। उपार्जित धान 144.92 लाख टन में से 105.36 लाख टन धान के उठाव का डीओ जारी किया जा चुका है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 98.41 लाख टन धान का उठाव किया जा चुका हैं।