गौरेला पेंड्रा मरवाही – परीक्षा की अव्यवस्था का एक और दृश्य सामने आया है जिसमे उत्तर पुस्तिका कॉलेज में जमा नहीं की जा रही है, बल्कि विद्यार्थियों द्वारा खुद पोस्ट ऑफिस से पोस्ट की जा रही है। सभी विद्यार्थी इस दौरान नियमों की खुल कर धज्जियाँ उड़ाते दिखे। उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार विद्यार्थी कॉलेज में जा कर उत्तर पुस्तिका लेंगे और घर में ही लिख कर फिर कालेज में जमा करेंगे लेकिन उत्तर पुस्तिका वितरण में हुई अव्यवस्था के बाद अब कॉलेज वाले उत्तर पुस्तिका स्वयं जमा नहीं कर रहे है। बल्कि पोस्ट ऑफिस में जमा करने बोला गया है। वहीँ पोस्ट ऑफिस की अव्यवस्था को ध्यान देने वाला कोई नहीं है,जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से मुँह मोड़ रहे है। इस अव्यवस्था को सम्हालने के लिए पेंड्रा पुलिस का कोई जवान दिखाई नहीं दे रहा है। वहीँ दूसरी तरफ पूरा प्रशासन चुनाव की तैयरियों में लगा हुआ है , इस अव्यवस्था में यदि कोई कोरोना संक्रमित हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा ?
कोई पोस्ट ऑफिस में जा कर नहीं देख रहा है कि किस तरह विद्यार्थियों द्वारा ताक में रख कर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
आइये हम आपको बताते है पोस्ट ऑफिस का हाल
वैसे तो पेंड्रा के अंतर्गत काफी सारे पोस्ट ऑफिस है लेकिन विद्यार्थियों का कहना है कि हमें किसी पोस्ट ऑफिस पर भरोषा नहीं है, क्या पता उन्होंने उनकी पोस्ट कॉलेज पहुंचाई या नहीं ? इससे पोस्ट ऑफिस की स्थिति का भी अंदाजा लगाया जा सकता है। इस लिए सभी विद्यार्थि एक ही पोस्ट ऑफिस पर कूदने के लिए मसबूर है , वहां कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करता हुआ नहीं दिखा। सब इसी फ़िराक में थे की उनकी कॉपी कब जल्द से जल्द जमा हो जाये।
वहीँ पोस्ट ऑफिस में भी इतनी ज्यादा भीड़ देखि गई विद्यार्थि घंटों धुप में और एक दूसरे को धक्के देते हुए खड़े रहे। वहां उन्हें सम्हालने पेंड्रा की कोई पुलिस नहीं पहुंची। अब अगर इस अव्यवस्था से कोई कोरोना संक्रमित होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ? सायद यह सवाल सवाल ही बन कर रह जाएगा और विद्यार्थिओं को ऐसी ही अव्यवस्था का सामना करना पड़ेगा। यदि कॉलेज वाले चाहते तो सबकी उत्तर पुस्तिका शांति से जमा करा सकते थे लेकिन सब अपने जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे है।