रायपुर. देश दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रही है, लेकिन कोरोना वायरस के संकट समय प्रदेशभर में लॉकडाउन के बीच पुलिसिया सख्ती भी की जा रही है. लॉकडाउन, क्वारेंटाइन उल्लंघन करने वालों पर भी पुलिस अपना सिकंजा कस रही है.
जिसके चलते प्रदेश भर में तकरीबन 1500 अपराध लोगों पर दर्ज किए गए हैं, जिसमें अगर लॉकडाउन के तीसरे फेस 3.0 के 9 दिनों की बात करे तो अब तक 169 प्रदेश मे अलग अलग लोगों पर लॉकडाउन और क्वारेंटाइन उल्लंघन के अपराध दर्ज किये गये है.
लॉकडाउन फेज 3 में सबसे ज्यादा मामले मुंगेली जिले में दर्ज किए गए हैं. इसमें 43 अपराध लोगों पर दर्ज किये गये हैं. दूसरे नंबर पर प्रदेश का नया जिला बना गौरेला-पेंड्रा-मरवाही है, जहां पर 15 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किये गये है और तीसरे नंबर पर कोरबा है, जहां पर 10 लोगों के खिलाफ लॉकडाउन और क्वारेंटाइन उल्लंघन का अपराध दर्ज किया गया है. कोरबा जिला ऑरेंज जोन में है. जबकि मुंगेली और गौरेला पेंड्रा जिले ग्रीन जोन में हैं.
सबसे बड़ी बात यह रही है कि रेड जोन वाले रायपुर जिले में सबसे कम 8 लोगो पर लॉकडाउन और क्वारेंनटाइन उल्लंघन के अपराध दर्ज किये गये है. ऐसे में रायपुर के अलावा दुर्ग और बिलासपुर जिले में 9-9 अपराध लोगो पर दर्ज किये गये हैं, जिन्होंने लॉकडाउन और क्वारेंटाइन का उल्लंघन किया है. ये एफआईआर लॉकडाउन, क्वारेंटाइन का उल्लंघन करने और विदेश यात्रा सहित अन्य जानकारी छिपाने पर की गई है.
इस तरह से प्रदेशभर में पुलिस अपनी कार्रवाइयां कर रही है. हर दिन लोग लॉकडाउन और क्वारेंटाइन का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. इन सभी कार्रवाइयों की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय से की जा रही है. पुलिस मुख्यालय की तरफ से हर दिन होने वाली एफआईआर की जानकारी भी जारी की जा रही है. प्रदेश के डीजीपी डीएम अवस्थी के इस संबंध में साफ निर्देश हैं कि ऐसे मामलों में लापरवाही बरतने वालों पर एफआईआर दर्ज किए जाएं.